अंजली शर्मा, कन्नौज. प्रदेश के किसानों के लिए एक खुशखबरी है. अब किसानों को किसी भी बीज या अन्य पर अनुदान योजना पर पूरा पैसा नहीं देना पड़ेगा. किसानों को जिस बीज या अन्य चीजों पर अनुदान मिल रहा होगा, किसान वह अनुदान काटकर पैसा जमा कर सकेंगे. यह अनुदान योजना सरकारी केंद्रों पर लागू कर दी गई है. किसी भी अनुदान योजना का लाभ लेने वाले पात्र किसान को यह सीधा लाभ मिलेगा. इस खरीफ सीजन से अनुदान पर बीज लेने में नई व्यवस्था लागू की गई है. किसानों को बीज खरीद पर डीबीटी यानी कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से अनुदान देने की व्यवस्था खत्म की गई है. अब बीज भंडार में खरीदारी करते समय अनुदान की राशि काटकर पैसा जमा करना होगा, जिससे किसानों को अब सीधा लाभ मिलेगा.
पहले किसानों को अनुदान योजना का लाभ लेने के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ता था, क्योंकि किसानों को सरकारी बीज केंद्रों पर जाकर बीज का जो भाव निश्चित होता था, वह पूरा पैसा जमा करना होता था. जिसके बाद डीबीटी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से पूरी प्रक्रिया होने के बाद किसानों के खाते में अनुदान की राशि कुछ समय बाद आती थी. इससे किसान के कई काम रुक जाते थे लेकिन अब किसानों को यह सहूलियत पहले ही दे दी गई है. किसानों को अनुदान की राशि तुरंत मिल जाएगी.
कितने किसान पंजीकृत?
जिले में तीन लाख से अधिक किसान पंजीकृत हैं. इसमें कई ऐसे भी किसान हैं, जो सरकारी बीज केंद्र से खरीदारी करते हैं. सरकार किसानों को अनुदान पर बीज उपलब्ध कराती है. पूर्व में किसान को राजकीय बीज भंडार से अनुदानित बीज लेने पर पहले पूरा पैसा जमा करना होता था. इसके बाद डीबीटी के माध्यम से अनुदान का पैसा किसानों के खाते में भेजा जाता था. कई बार अनुदान का पैसा आने में किसानों को महीने तक का समय लग जाता था. इससे किसान परेशान होते थे लेकिन अब किसानों को यह सुविधा मिलेगी और वह अनुदान की राशि काटकर बीज का पैसा जमा कर देंगे. बीज लेने के लिए किसानों को अनुदान का पैसा काटकर पैसा जमा करना होगा.
इतने कुंतल बीज उपलब्ध
जिले में राजकीय बीज भंडारों पर 6 तरह के धान के बीज उपलब्ध हैं. इसमें पूसा बासमती 1692 का बीज 85 कुंतल 80 किलोग्राम, पूसा 17 18 का 17 कुंतल 88 किलोग्राम, पंत 24 का 167 कुंतल 25 किलोग्राम, पंत 80 किलोग्राम, अंतू 70 29 का बीज 15 कुंतल और कांति 39 कुंतल 40 किलोग्राम का बीज है. तीनों तरह के बीज उपलब्ध हैं. मोटा 4330 रुपए प्रति किलोग्राम, महीन 4360 प्रति किलोग्राम और बासमती 6780 प्रति किलोग्राम बीज मिलेगा. प्रमाणित बीज 4193 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से बीज मिलेगा. किसानों को बीज पास मशीन से इसका वितरण किया जा रहा है. सभी राजकीय बीज भंडारों पर 332 कुंतल धान पहुंच गया है. इसका वितरण भी शुरू हो गया है.
क्या बोले कृषि अधिकारी?
जिला कृषि अधिकारी आवेश कुमार सिंह ने लोकल 18 को बताया कि किसानों के लिए अब डीबीटी की प्रक्रिया खत्म कर दी गई है. हमारे यहां पंजीकृत किसान सरकारी बीज केंद्र पर जाकर अनुदान वाले बीज पर इस योजना का लाभ सीधे ले सकते हैं. अब किसानों को अनुदान योजना में पूरा पैसा नहीं जमा करना होगा. जिस बीज पर अनुदान मिल रहा होगा, उस अनुदान का उतना पैसा काटकर किसान बाकी का पैसा जमा कर सकते हैं, जिससे अनुदान योजना का लाभ उनको तत्काल मिल जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : June 17, 2024, 23:31 IST