रांची: झारखंड विधानसभा में सोमवार को फ्लोर टेस्ट होने वाला है। इससे पहले झामुमो के विधायकों को हैदराबाद भेज दिया गया था। वहीं अब कल होने वाले विश्वास मत से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायक रविवार शाम को हैदराबाद से रांची पहुंचे। इस दौरान सभी विधायक एक विशेष विमान से यहां बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर उतरे और उन्हें दो बसों के जरिए शहर के सर्किट हाउस ले जाया गया।
सोमवार को होना है फ्लोर टेस्ट
बता दें कि हेमंत सोरेन ने भूखंड से जुड़े धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा लंबी पूछताछ और गिरफ्तारी के बाद 31 जनवरी को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हेमंत के इस्तीफे के दो दिन बाद झामुमो के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन दो फरवरी को मुख्यमंत्री बने। वहीं चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली नई सरकार को 5 फरवरी को सदन में विश्वास मत का सामना कर बहुमत साबित करना है।
झामुमो के साथ कुल 47 विधायक
सोरेन को दो फरवरी को राजभवन में राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने पद की शपथ दिलायी थी। उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली थी। गौरतलब है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के गठबंधन के पास 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 47 विधायक हैं और इसे सीपीआईएमएल(एल) के इकलौते विधायक द्वारा बाहर से समर्थन प्राप्त है।
चंपई सोरने से भाजपा पर लगाए आरोप
इस बीच आज धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में झामुमो के 52वें स्थापना दिवस पर एक रैली को संबोधित करते हुए चंपई सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा और बाहरी लोग 19 वर्षों से झारखंड के खनिजों की लूट-खसोट में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि ‘‘जब हेमंत सोरेन (2019 में) सत्ता में आए और उन्हें ऐसा करने से रोका, तो उन्होंने उन्हें झूठे मामलों में फंसा दिया।’’
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