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Thursday, November 14, 2024

जम्मू कश्मीर के दो टॉप पुलिस अफसरों ने लिया वीआरएस, बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ने की चर्चा

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Jammu and kashmir Assembly Elections 2024: जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। सु्प्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, आगामी 30 सितंबर से पहले विधानसभा चुनाव होने हैं। विभिन्न दल भी चुनाव लड़ने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। इस बीच जम्मू कश्मीर के दो टॉप पुलिस अधिकारियों ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। दोनों अफसर एसएसपी रैंक के अधिकारी हैं। एक ने इस्तीफा दे दिया है तो दूसरे ने वीआरएस के लिए अपने कागज विभाग में जमा कर दिए हैं। दोनों अफसरों के भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चा है।

सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2023 में सरकार को आदेश दिया था कि सितंबर 2024 से पहले जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराएं जाएं। अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 हटाए जाने से जम्मू कश्मीर ने विशेष राज्य का दर्जा खो दिया था। इसके साथ जम्मू कश्मीर दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बंट गया था। आगामी 30 सितंबर पहले जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव में मजबूत उपस्थिति दर्ज करने के लिए विभिन्न दलों द्वारा अपनी रणनीति तय की जा रही है। इस बीच दो एसएसपी रैंक के पुलिस अधिकारियों ने चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस ले लिया है।

कौन हैं ये पुलिस अफसर

कश्मीर पुलिस सेवा (केपीएस) के 2003 बैच के वरिष्ठ अधिकारी एसएसपी मोहन लाल कैथ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वो कश्मीर में सुरक्षा विंग की चौथी बटालियन का नेतृत्व कर रहे थे। उनके करीबी लोगों ने मामले में जानकारी देते हुए कहा, “मोहन लाल के इस्तीफे की फाइल को पुलिस विभाग ने मंजूरी दे दी है और अब गृह विभाग में स्वीकृति का इंतजार है। 59 वर्षीय कैथ आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ेंगे। कैथ के मढ़ (अनुसूचित जाति) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है।”

एक अन्य एसएसपी रैंक अधिकारी मोहन लाल (58 वर्ष) हैं। उन्होंने भी अपनी स्वैच्छित सेवानिवृत्ति के लिए पुलिस विभाग में अपने कागजात जमा कर दिए हैं। उनके घरवालों का कहना है, “मोहन लाल ने अनिवार्य सेवा पूरी कर ली है और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना का विकल्प चुना है। वह अखनूर विधानसभा क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनाव भी लड़ने जा रहे हैं। यह सीट एससी समुदाय के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है।” उनके इस्तीफे की फाइल को भी गृह विभाग की स्वीकृति का इंतजार है।

राजीव कुमार ने लिया चुनाव की तैयारियों का जायजा

इस बीच गुरुवार को मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार जम्मू-कश्मीर में विधान सभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिये श्रीनगर पहुंचे। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के अधिकारियों के दो दिवसीय दौरे का उद्देश्य आगामी विधान सभा चुनावों के लिए व्यापक चर्चा और आकलन करना है। अधिकारियों ने बताया कि सीईसी कुमार चुनाव आयुक्तों के साथ डल झील के किनारे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (एसकेआईसीसी) पहुंचे, जहां उनका सबसे पहले जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मिलने का कार्यक्रम है।

आखिरी विधानसभा चुनाव परिणामों की बात करें तो 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जम्मू क्षेत्र से रिकॉर्ड 25 सीटें जीती थीं और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने सबसे ज्यादा 28 सीटें जीती थीं। इसके बाद, दोनों राजनीतिक दलों ने एक गठबंधन सरकार बनाई थी, जो 19 जून 2018 को दोनों दलों में आपसी खटास के बाद अलग होने के बाद गिर गई।



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