जकार्ता
इंडोनेशिया अपने देश की राजधानी जकार्ता को परिवर्तित करने पर विचार कर रहा है। राष्ट्रपति जोको विडोडो की सरकार देश में अधिक समान विकास के लिए नए केंद्र को स्थापित करना चाहती है और इसके अलावा पर्यावरणीय चिंताएं और अधिक भीड़-भाड़ भी है। नई राजधानी की स्थापना के स्थान की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन विडोडो सरकार वाशिंगटन की तरह एक नए शहर में सरकार का केंद्र स्थापित करना चाहती है।
इंडोनेशिया की एक एजैंसी ने कैबिनेट की बैठक के दौरान विस्थापन की योजना के शुरुआती अध्ययन को पेश किया था। एजैंसी के प्रमुख बाम्बांग ब्रॉडजोनेगोरो ने कहा कि ‘राष्ट्रपति ने इस बैठक में 3 विकल्पों को पेश किया। पहला-जकार्ता को ही राजधानी रहने दिया जाए लेकिन क्षमता को बढ़ाने के लिए सरकारी जिला केंद्रों को राष्ट्रपति भवन और राष्ट्रीय स्मारकों के पास निर्मित किया जाए।
दूसरा विकल्प-नई राजधानी का निर्माण जकार्ता से 50 से 70 किलोमीटर की दूरी पर किया जाए। तीसरे विकल्प में जावा से बाहर राजधानी को स्थापित करने का सुझाव दिया है जो इंडोनेशिया के केंद्र में स्थित हो। जकार्ता का आधा भाग समुद्री स्तर से नीचे है और वह निरंतर सिकुड़ता जा रहा है। राजधानी साल 2025 में 2008 के मुकाबले 40 से 60 सैंटीमीटर अधिक नीचे होगी। इसका मतलब यह सिकुडऩ समुद्री जल को राष्ट्रपति भवन में आने की अनुमति देगी।