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Friday, October 4, 2024

पोलियो का शिकार… फिर भी बना भारत का 'सबसे तेज बॉलर', इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया में जीत के हीरो की कहानी

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नई दिल्ली. ‘वो कमाल के बॉलर थे. उनका दायां हाथ पोलियोग्रस्त था. वे इस हाथ से थ्रो भी नहीं कर पाते थे. इस कारण बाएं हाथ से थ्रो करते. उनकी ताकत बेहतरीन लेग स्पिन और गुगली थी. लेकिन इनसे भी खतरनाक ‘क्विकर डिलीवरी’ थी. उनकी यह गेंद उस वक्त टीम में मौजूद किसी भी गेंदबाज से ज्यादा तेज होती थी…’ सुनील गावस्कर अपने साथी भागवत सुब्रमण्यम चंद्रशेखर की तारीफ करते नहीं थकते. बीएस चंद्रशेखर जो दुनिया के उन चुनिंदा क्रिकेटरों में से एक हैं, जिनके नाम विकेट तो 200 से ज्यादा हैं, पर रन इससे कम.

स्पिन चौकड़ी के सदस्य थे चंद्रा
भागवत चंद्रशेखर भारत की उस स्पिन चौकड़ी के सदस्य थे, जिसने भारत को 1960-70 के दशक में मैच जिताए. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कर्नाटक का यह गेंदबाज बचपन में ही पोलियो का शिकार हो गया था. चंद्रा का दायां हाथ इसके चलते कमजोर हो गया था, लेकिन जिजीविषा देखिए कि उन्होंने इसे ही अपनी ताकत बना लिया.

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सोनी स्पोर्ट्स के एक शो में सुनील गावस्कर भागवत चंद्रेखर के बारे में कहते हैं, ‘आप कल्पना कीजिए कि उनके हाथ में समस्या थी. वे जिस हाथ से गेंदबाजी करते, उससे थ्रो भी नहीं कर पाते थे. इसके बावजूद उनकी गेंदों को समझ पाना बैटर्स के लिए बड़ा मुश्किल था. उनकी गेंद ना सिर्फ तेजी से स्पिन होती थी, बल्कि इनमें किसी भी स्पिनर के मुकाबले ज्यादा उछाल होती थी. उनकी क्विकर डिलीवरी टीम में मौजूद किसी भी गेंदबाज से ज्यादा तेज होती थी.’

इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया में पहली जीत के हीरो
79 वर्षीय भागवत चंद्रशेखर को स्पिन चौकड़ी का सदस्य होने और उनकी खास शैली के अलावा इंग्लैंड में पहली जीत के लिए भी हमेशा याद किया जाता है. भारत ने इंग्लैंड को उसके घर में पहली बार 1971 में ओवल टेस्ट मैच में हराया था. इंग्लैंड की टीम इस मैच में अपनी दूसरी पारी में महज 101 रन पर ढेर हो गई थी. उसकी बुरी गत करने में सबसे आगे चंद्रा थे. भारत के इस लाडले का इंग्लैंड की दूसरी पारी में बॉलिंग एनालिसिस 18.1-3-38-6 था. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अंग्रेज बैटर चंद्रा के सामने किस कदर असहाय रहे होंगे. इसी तरह 1978 में ऑस्ट्रेलिया में भारत की पहली जीत में चंद्रा के नाम 12 विकेट थे.

करियर के आंकड़ों की बात करें तो भागवत चंद्रशेखर ने 58 टेस्ट और एक वनडे मैच खेला. उन्होंने टेस्ट मैचों में 242 विकेट लिए और 167 रन बनाए. वनडे मैच में उनके नाम तीन विकेट दर्ज हैं. चंद्रा को 1964 में इंडियन क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया था. साल 1972 में उन्हें विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया. इसी साल भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन अवॉर्ड और पद्मश्री से नवाजा.

Tags: Indian Cricket Team, Sunil gavaskar, Team india



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