नई दिल्ली. क्रिकेट का खेल पलक झपकते बदल जाता है यह आपने कई बार सुना होगा लेकिन इसका उदाहरण देखना हो तो भारत और बांग्लादेश के बीच कानपुर टेस्ट पर नजर डालें. बारिश से बाधित इस मुकाबले में नतीजा आ सकता है यह किसी ने सोचा नहीं था. खास कर वो भी तब जबकि दो दिन का पूरा खेल बारिश की वजह से धुल जाए. भारतीय टीम ने जो किया उसने बांग्लादेश के लिए 1 दिन में सबकुछ बदल दिया. मैच के एक दिन पहले तक जो टीम बारिश होने पर आराम कर रही थी और मजे मार रही थी एक दिन के बाद वो हार की कगार पर थी.
भारत के सामने बांग्लादेश ने कानपुर टेस्ट जीतन के लिए महज 95 रन का लक्ष्य रखने में कामयाबी पाई. इस मुकाबले में रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी. 9 साल में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी भारतीय कप्तान ने टॉस जीतने के बाद बल्लेबाज की जगह गेंदबाजी चुनी. पहले दिन के खेल में महज 35 ओवर में बांग्लादेश ने 3 विकेट के नुकसान पर 107 रन बनाए थे. दूसरे और तीसरे दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ गया. आखिरी दो दिन का खेल बचा था और एक पारी भी पूरी नहीं हुई थी ऐसे में मैच का नतीजा निकलने की उम्मीद शायद ही किसी बांग्लादेशी ने की थी.
1 दिन में सब बदल गया
बांग्लादेश की टीम कानपुर टेस्ट में पहले दिन बल्लेबाजी करने के बाद दो दिन आराम करती रही. भारतीय टीम में मैच जीतने की छटपटाहट थी जबकि मेहमान टीम इसके ड्रॉ की तरफ जाने से ही खुश हो रहे होंगे. मैच के दूसरी दिन और फिर तीसरे दिन होटल के कमरे में खिलाड़ियों ने आराम किया. आपस में मौज मस्ती भी चलती रही होगी. सबने सोच लिया होगा यह मैच ड्रॉ हो जाएगा. भारतीय टीम ने चौथे दिन ऐसा खेल दिखाया कि एक दम से सबकुछ बदल गया.
गेंदबाजों ने पहले बांग्लादेश की पहली पारी को 233 रन पर समेटा. इसके बाद जो हुआ वो गजब था. महज 34.4 ओवर में 9 विकेट पर 285 रन बनाकर पारी घोषित कर 52 रन की बढ़त बनाई. इसके बाद बांग्लादेश जब खेलने उतरा तो आखिरी दिन पहले सेशन में जसप्रीत बुमराह, आर अश्विन और रवींद्र जडेजा की घातक गेंदबाजी के आगे 146 रन पर ही ढेर हो गया. देख देखते आंखों के सामने मंजर बदल गया.
FIRST PUBLISHED : October 1, 2024, 13:33 IST