इस्लामाबाद न्यूज़ : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत के खिलाफ प्रोपेगैंडा फैलान का काम किया है। उनका कहना है कि भारत इस्लामाबाद के कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाकर उनके देश के खिलाफ “छद्म अभियान चलाने” का अवसर बनाने का प्रयास कर रहा है।
खान ने आरोप लगाया कि भारत सरकार कश्मीरियों को मिले आत्म-निर्णय के अधिकार से उन्हें महरूम रखना चाहती है। उन्होंने खान ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर आरोप लगाया कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव से कश्मीरियों को मिले आत्म-निर्णय के अधिकार के लिये संघर्ष को पाकिस्तान के समर्थन वाले आतंकवाद के रूप में दिखाने की कोशिश कर रहा है ताकि उसे पाकिस्तान के खिलाफ छद्म अभियान चलाने का मौका मिले और दुनिया का ध्यान कश्मीर से भटकाया जा सके।
पाक पीएम ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि कश्मीर पर मोदी की आरएसएस- प्रेरित नीति साफ है। अवैध रूप से छीने गए क्षेत्र में कश्मीरियों को अपना फैसला लेने के अधिकार से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीर में रह रहे लोगों के साथ मोदी सरकार अमानवीय रवैया अपना रही है उन्हें शक्तिशाली ताकतों से दबाया जा रहा है। इमरान खान का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब इस मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच जुबानी जंग तेज हुई है।
पाकिस्तान ने शनिवार को भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के उस बयान को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीर में ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ नाम के नए “आतंकी संगठन” को वह समर्थन दे रहा है। जनरल नरवणे ने पिछले हफ्ते कहा था कि मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि भारत संघर्ष विराम उल्लंघन की हर हरकत और आतंकवाद को उसके (पाकिस्तान के) समर्थन का उचित जवाब देगा। क्षेत्र में शांति लाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है। बता दें कि इमरान खान बीते कुछ दिनों से लगतार यही दोहरा रहे हैं कि उन पर भारत कोई बहाना बनाकर हमला कर सकता है। उनळे भारत की तरफ से एक और ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ का डर सता रहा है।