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Vastu Tips For Ram Darbar : आज अयोध्या के राम मंदिर में राम दरबार को स्थापित कर दिया गया है. इस कार्यक्रम के बाद बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपने घर में राम दरबार को स्थापित करना चाहते हैं. अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं…और पढ़ें
राम दरबार
हाइलाइट्स
- राम दरबार की मूर्तियों को पूर्व दिशा में स्थापित करें.
- मूर्ति की ऊंचाई 6 इंच से अधिक नहीं होनी चाहिए.
- राम दरबार को रसोई या शौचालय के पास न रखें.
अयोध्या : अयोध्या में आज 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद राम मंदिर में भगवान राम विराजमान हो चुके हैं. आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधि-विधान से भगवान राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, माता सीता और हनुमान जी की मूर्तियों की स्थापना की. लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार हर घर में राम दरबार क्यों होना चाहिए? इसका महत्व और वास्तु के नियम क्या हैं? आइए, इस विषय पर अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम से विस्तार से समझते हैं.
राम दरबार की स्थापना के नियम
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, राम दरबार की मूर्तियां या तस्वीरें दोनों ही घर में रखी जा सकती हैं.
- राम दरबार की मूर्तियों को घर के मंदिर में पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए.
- मूर्ति की ऊंचाई 6 इंच से अधिक नहीं होनी चाहिए.
- मूर्ति पीतल, पत्थर, चांदी या सोने की होनी चाहिए.
- राम दरबार में टूटी-फूटी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए.
- राम दरबार को रसोई या शौचालय के पास भी नहीं रखना चाहिए.
- राम दरबार की पूजा-अर्चना करते समय सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सबसे पहले स्नान करना चाहिए.
- उसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करना चाहिए.
- गंगाजल से पूजा स्थल या पूजा घर को शुद्ध करना चाहिए.
- फिर एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर राम दरबार की मूर्ति को पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए.
- उसके बाद पंचामृत से श्री राम का अभिषेक करना चाहिए.
- रोली, अक्षत, फल, फूल अर्पित करने के बाद देसी घी का दीपक जलाना चाहिए.
- प्रभु राम की आरती करनी चाहिए और रामचरितमानस का पाठ करना चाहिए.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.