4 C
Munich
Friday, November 8, 2024

लड्डू गोपाल को भोग कैसे लगाएं, बाल गोपाल के भोग से जुड़े ये जरूरी नियम माने तो घर में कभी नहीं आएगी दरिद्रता, दूर होगी नेगेटिविटी

Must read


क्या हैं लड्डू गोपाल के भोग से जुड़े नियम, यहां जानें (Rules related to Laddu Gopal Bhog)

Laddu Gopal Bhog: अधिकतर लोग अपने घरों में श्रीकृष्ण (Shri Krishna) के बाल रूप लड्डू गोपाल को रखते हैं. अक्सर लोग घर में पीतल के लड्डू गोपाल रखते हैं. चूंकि ये भगवान का बाल स्वरूप है इसलिए इनके भोग और ऋंगार भी किसी बच्चे की तरह होते हैं. घर में लड्डू गोपाल को रखने के लिए उसकी सही दिशा का ख्याल रखना भी जरूरी है. इसके साथ ही उनका भोग भी खास होना चाहिए. माना जाता है कि लड्डू गोपाल को उनका मनचाहा भोग लगाने से वह प्रसन्न होते हैं और हर परेशानियां दूर होती है, घर में सुख शांति आती है. आइए जानते हैं कि लड्डू गोपाल को किन चीजों का भोग लगाना चाहिए.

लड्डू गोपाल के भोग से जुड़े नियम (Rules related to Laddu Gopal Bhog)

यह भी पढ़ें

लड्डू गोपाल को हमेशा सात्विक भोजन ही चढ़ाना चाहिए. भोजन के साथ तुलसी का पत्ता जरूर रखें, साथ ही एक पीतल के गिलास में पानी उनके सामने रखें. लड्डू गोपाल के भोग में मीठी चीजों को जरूर शामिल करें. भोजन बनाते वक्त शुद्धता का खास ख्याल रखें.

Read: आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए रोजाना खाएं ये दो चीजें, महीनेभर में दिखेगा असर, कमजोर नजर होगी दुरुस्त

लड्डू गोपाल को लगाएं इस चीजों का भोग (Laddu Gopal Bhog)

लड्डू

लड्डू गोपाल को लड्डू खास तौर पर पसंद आते हैं. आप उन्हें नारियल के लड्डू, रवा के लड्डू, सूखे मेवे और मखाना को मिलाकर लड्डू बनाकर भोग लगाएं. ये सभी लड्डू श्रीकृष्ण के प्रिय माने जाते हैं.

माखन मिश्री

श्रीकृष्ण को माखनचोर भी कहा जाता था. लड्डू गोपाल को माखन खास तौर पर से प्रिय है. ऐसे में बिना माखन के लड्डू गोपाल का भोग पूरा नहीं होता. आप फ्रेश मक्खन लें और उसमें मिश्री मिलाकर लड्डू गोपाल को इसका भोग लगाएं.

Read: चिया बीज में मिला लें इस पेड़ की छाल, लद जाएंगे लटकती तोंद के दिन

56 भोग

लड्डू गोपाल को 56 भोग लगाने का खास महत्व है. पौराणिक कथा के अनुसार भगवान इंद्र एक बार ब्रजवासियों से नाराज हो गए और खूब बारिश की. अपने भक्तों को बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने अपनी कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया था. इस दौरान सात दिन तक बिना कुछ खाए पिए गोवर्धन को उठाए खड़े थे. जब आठवें दिन बारिश बंद हुई, तो माता यशोदा और सभी ब्रजवासियों ने 56 प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर श्रीकृष्ण को खिलाया. इसी वजह से भगवान को 56 भोग लगाया जाता है. इसमें तरह-तरह के मिष्ठान और पकवान शामिल होते हैं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)



Source link

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article