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Onion Farming Tips : खरीफ के मौसम में प्याज की खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा मिल सकता है. गौरतलब है कि बारिश के मौसम में प्याज खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में जुलाई के बाद प्याज के दाम बढ़ने शुरू हो जात…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- खरीफ मौसम में प्याज की खेती से अधिक आय
- अगस्त में प्याज की रोपाई करें, सितंबर में अच्छा उत्पादन
- जून में पौध तैयार करें, उन्नत किस्म के बीज चुनें
शाहजहांपुर: प्याज की खेती आमतौर पर नवंबर से लेकर अक्टूबर तक की जाती है. जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है. वैसे तो प्याज की मांग साल भर रहती है लेकिन मानसून सीजन में प्याज का दाम बढ़ जाता है. बाजार में मांग अधिक होने की वजह से किसानों को अच्छा भाव भी मिलता है. लेकिन अगर किसान इन दिनों खरीफ के मौसम में प्याज की फसल उगाएं तो अधिक आय प्राप्त की जा सकती है.
बेहतर तरीके से करें पौध तैयार
बारिश के दिनों में प्याज के पौध तैयार करना एक अहम प्रक्रिया होती है. किसान पहले खेत की गहरी जुताई करें. उसके बाद खेत को समतल कर लें. अंतिम जुताई करते समय मृदा शोधन करने के लिए ट्राइकोडर्मा का इस्तेमाल करें. बारिश के मौसम में बेड पर ही पौध तैयार करें ताकि बारिश होने की वजह से पौध को कोई नुकसान ना हो.
किसान 3 मी लंबी और 60 सेंटीमीटर चौड़ी बेड बनाएं. बेड की ऊंचाई 15 से 25 सेंटीमीटर तक रखें. ऊंचाई पर बेड बनाने से बारिश होने पर जल भराव नहीं होगा तो बेड के बीच 45 से 60 सेमी की दूरी रखें ताकि खरपतवार निस्तारण करने या निराई गुड़ाई के लिए आसानी रहे.
जून में तैयार करें पौध
पौध तैयार करते समय अच्छी किस्म के बीज का चुनाव करना चाहिए. हमेशा प्रमाणित बीज ही खरीदें. जून के महीने में उगाई गई पौध अगस्त महीने में लगाने के लिए तैयार हो जाएगी. अगस्त के पहले सप्ताह में अगर प्याज की रोपाई कर देते हैं तो किसानों को अच्छा उत्पादन मिलेगा.