Tips To Control Diabetes: डायबिटीज की बीमारी धीरे-धीरे महामारी का रूप लेती जा रही है. देश में करोड़ों लोग डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं. डायबिटीज मुख्य तौर पर 2 तरह की होती है- टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज. दोनों ही तरह की डायबिटीज खतरनाक होती हैं, लेकिन टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करना थोड़ा आसान होता है. अगर लाइफस्टाइल और डाइट में जरूरी बदलाव किए जाएं, तो काफी हद तक टाइप 2 डायबिटीज को काबू में किया जा सकता है. कई लोग डायबिटीज को कंट्रोल कर लेते हैं और फिर दवाएं लेना बंद कर देते हैं. ऐसे में उन्हें लगता है कि डायबिटीज रिवर्स हो गई है. क्या वाकई टाइप 2 डायबिटीज को रिवर्स करना संभव है? चलिए इस बारे में एक्सपर्ट्स की राय जान लेते हैं.
गुरुग्राम के मारेंगो एशिया हेल्थकेयर हॉस्पिटल के डायबिटीज एंड ओबेसिटी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डॉ. पारस अग्रवाल ने News18 को बताया कि टाइप 2 डायबिटीज को बेहतर लाइफस्टाइल, अच्छी डाइट और फिजिकल एक्टिविटी के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है. खासतौर से डायबिटीज के शुरुआती 2 साल में सही लाइफस्टाइल अडॉप्ट कर ली जाए, तो डायबिटीज का रेमिशन (Remission) हो सकता है. रेमिशन का मतलब होता है कि मरीज बिना दवाओं के डायबिटीज को कंट्रोल कर सकता है. अगर लाइफस्टाइल और डाइट पर ध्यान न दिया जाए, तो डायबिटीज वापस आ सकती है. ऐसे में रेमिशन को रिवर्सल कहना ठीक नहीं होगा. अब तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि डायबिटीज रिवर्स हो सकती है, लेकिन रेमिशन जरूर हो सकता है.
भोपाल के क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और लाइफस्टाइल कोच अनूप गुप्ता ने बताया कि डायबिटीज एक लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है, जिसे बिना दवाओं के कंट्रोल करने के लिए अपनी जीवनशैली में सुधार करना जरूरी है. बड़ी संख्या में लोग इलाज के दौरान सही तरीके नहीं अपनाते हैं, जिसकी वजह से शुगर लेवल कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है. डायबिटीज के रेमिशन के लिए 5 बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है. इन 5 टिप्स को फॉलो कर लिया जाए, तो डायबिटीज के मरीजों की दवा पर निर्भरता खत्म हो सकती है और सेहत में जबरदस्त सुधार हो सकता है. डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए फिजिकल हेल्थ, मेंटल हेल्थ, इमोशनल हेल्थ, गुड क्वालिटी स्लीप और बेहतर डाइजेशन पर ध्यान देने की जरूरत होती है.
डायबिटीज रेमिशन के 5 आसान तरीके
– लाइफस्टाइल कोच अनूप गुप्ता की मानें तो शुगर के ज्यादातर मरीज किसी एक या दो चीजों पर अपना ध्यान दे रहे होते हैं. लोगों का ध्यान स्ट्रेस कम करने पर नहीं होता है. स्ट्रेस की वजह से आपके खून में शुगर लेवल बढ़ जाता है और डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए स्ट्रेस को कम करना बेहद जरूरी है. एक सर्वे की मानें तो देश में 70% से ज्यादा लोगों का यह मानना है कि उनके जीवन में बहुत ज्यादा स्ट्रेस है. ऐसे में शुगर के मरीज काउंसिलिंग, मेडिटेशन या योग के जरिए तनाव के स्तर को कम कर सकते हैं. इससे बिना दवाओं के शुगर लेवल को काबू में करने में काफी मदद मिल सकती है.
– अगर आप प्रतिदिन 7 से 9 घंटे की गहरी नींद नहीं ले पा रहे हैं, तो इसका प्रभाव आपके शुगर लेवल पर पड़ता है. देर रात तक मोबाइल फोन देखना, टीवी देखना या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करने से शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक पूरी तरह से डिस्टर्ब हो जाती है. नींद की कमी की वजह से हमारे शरीर में भूख को नियंत्रित करने वाले हॉर्मोन का लेवल गड़बड़ हो जाता है और शुगर लेवल भी बढ़ने लगता है. ऐसे में लोगों को रोज अच्छी नींद जरूर लेनी चाहिए.
– आयुर्वेद के अनुसार 80% से ज्यादा बीमारियां होने का मुख्य कारण खराब पाचन तंत्र होता है. हमारी आंतों में सेहत को फायदा पहुंचाने वाले बैक्टीरिया होते हैं, जिनकी संख्या अरबों में होती है. ये बैक्टीरिया हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए बहुत से केमिकल्स बनाते हैं. अनियमित दिनचर्या और जंक फूड खाने की वजह से भोजन में फाइबर की कमी हो जाती है और गट माइक्रोबायोम बिगड़ जाता है. इससे हाई शुगर समेत कई समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में अपने पाचन तंत्र को सही बनाए रखने के लिए फाइबर वाले फूड्स खाएं और जंक फूड्स को अवॉइड करें.
– खाने में क्या खाना है और कब खाना है, शुगर कंट्रोल करने के लिए यह बहुत जरूरी है. 90% से ज्यादा डायबिटीज के मरीजों को यह लगता है कि वे घर का खाना खाते हैं, फिर भी शुगर लेवल बढ़ जाता है. ऐसे में उन्हें यह जानने की जरूरत है कि आप देर रात को खाना न खाएं और रात को 8 बजे से पहले ही खाना खा लें. लेट खाना खाने से खाना ठीक से डाइजेस्ट नहीं हो पाता है और इसकी वजह से शुगर लेवल भी प्रभावित होता है. डायबिटीज को रेमिशन करने के लिए खूब सलाद और फ्रेश फ्रूट खाएं. पैकेज्ड फूड्स न खाएं.
– शुगर की बिना दवाओं के कंट्रोल करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी है. प्रतिदिन 30 से 40 मिनट व्यायाम करें. स्ट्रेस लेवल को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन करें. डायबिटीज को रेमिशन मोड में ले जाने के लिए लाइफस्टाइल कोच, न्यूट्रिशन एक्सपर्ट, डाइटिशियन और डॉक्टर की गाइडेंस में आगे बढ़ें और किसी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर से मिलकर सलाह लें.
यह भी पढ़ें- देश में महामारी की तरह फैल रही डायबिटीज ! अगले 20 साल में भयावह हो सकते हैं हालात, लैंसेट की रिपोर्ट में खुलासा
Tags: Diabetes, Health, Trending news
FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 11:39 IST