Cow Milk Harm for Women: भारत में आमतौर पर गाय के दूध को लोग ज्यादा बेहतर मानते हैं. कई मायनों में यह बेहतर होता भी है. जिन लोगों को भैंस के दूध से पेट संबंधी परेशानी होती है, उन्हें गाय के दूध से परेशानी नहीं होती लेकिन एक हालिया स्टडी की मानें तो गाय के दूध से यदि महिलाओं कॉफी या चाय बनाकर पीती हैं तो उन्हें इससे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है. शोधकर्ताओं ने पाया है कि जो महिलाएं अपने जीवनकाल में रोजाना कम से कम 400 एमएल गाय के दूध का सेवन किया है उनमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा ज्यादा है. इस अध्ययन में कहा गया है कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि गाय के दूध में फैट है या नहीं, अगर कोई महिला रेगुलर गाय के दूध से बनी चाय या कॉफी पीती हैं तो उन्हें इस तरह के खतरे होंगे ही.
पुरुषों में क्यों नहीं होता ऐसा
स्वीडन में उपासला यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि दूध में जो लेक्टोज होता है वह समय के साथ शरीर की कोशिकाओं में इंफ्लामेशन को बढ़ा देता जिससे हार्ट पर ज्यादा जोर पड़ता है. उन्होंने यह भी बताया कि ऐसा सिर्फ महिलाओं में इसलिए होता है कि महिलाओं के शरीर में लेक्टोज को पचाने के लिए बेहतर मैकेनिज्म नहीं है. दूसरी पुरुष की आंतें लेक्टोज को बेहतर तरीके से पचा लेती है. यह अध्ययन बीएमसी मेडिसीन जर्नल में प्रकाशित हुआ है. इसके लिए 1 लाख से ज्यादा लोगों के हेल्थ डाटा को जुटाया और इसका विश्लेषण किया. इसमें 60 हजार महिलाएं और 40 हजार पुरुष शामिल थे.
33 साल के डेटा का विश्लेषण
इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने इन लोगों के खान-पान का पिछले 33 साल के डाटा को एकत्र किया और इसके बाद इस नतीजे पर पहुंचा कि महिलाओं में गाय का दूध पीने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. अध्ययन के मुताबिक रोज गाय के दूध के साथ कॉफी पीने वाली महिलाओं में कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा 5 प्रतिशत ज्यादा होता है. इनमें हार्ट फेल्योर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक भी शामिल है. अध्ययन में पाया गया कि जो महिलाएं जितना अधिक गाय के दूध का सेवन करती है, उनमें उतना अधिक हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है. जो महिलाएं रोजाना 600 एमएल गाय के दूध का सेवन किया उनमें 12 प्रतिशत हार्ट डिजीज का रिस्क ज्यादा था, वहीं 800 एमएल रोज पीने से हार्ट डिजीज का खतार 21 प्रतिशत तक ज्यादा पाया गया. हालांकि इस अध्ययन में यह कहा गया है कि जो महिलाएं रेगुलर गाय का दूध पीती हैं, उन्हें नुकसान है. कभी-कभार करने वालों के साथ ऐसा नहीं है. वैसे भी यह रिसर्च यूरोप में की गई है. भारत के लोगों के साथ इसका कोई लेना-देना नहीं है. इसलिए भारत की महिलाओं को भी गाय के दूध से परेशानी हो, यह जरूरी नहीं.
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FIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 15:52 IST