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Saturday, October 26, 2024

भारत में कब तक आएगी डेंगू की वैक्सीन? ICMR ने दिया बड़ा अपडेट, जानकर दिल होगा खुश !

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Dengue Vaccine in India News: डेंगू एक वायरल इंफेक्शन होता है, जो मच्छरों के जरिए इंसानों में फैलता है. हर साल भारत में हजारों की तादाद में लोग डेंगू की चपेट में आ जाते हैं. इन दिनों राजधानी दिल्ली समेत कई जगहों पर डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. डेंगू वायरस के 4 स्ट्रेन होते हैं, जिसकी वजह से लोगों को तेज बुखार, मसल्स पेन, जॉइंट पेन और सिरदर्द की समस्या होने लगती है. डेंगू की वजह से प्लेटलेट काउंट तेजी से गिरने लगता है. डेंगू का सही समय पर इलाज न कराया जाए, तो ये जानलेवा हो सकता है. डेंगू की कोई सटीक दवा नहीं है. इसका ट्रीटमेंट लक्षणों के आधार पर किया जाता है.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डायरेक्टर जनरल डॉ. राजीव बहल ने हाल ही में डेंगू की वैक्सीन को लेकर बड़ी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इस वैक्सीन के फाइनल ट्रायल पर काम चल रहा है और उम्मीद है कि अगले 2 सालों में यह वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी. अगर फाइनल ट्रायल में पॉजिटिव रिजल्ट मिला, तो साल 2026 तक लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध हो सकेगी. यह वैक्सीन भारत में बनाई गई है, जबकि इसकी तकनीक को अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने डेवलप किया था. ICMR के साथ मिलकर भारतीय कंपनी पैनेसिया बायोटेक वैक्सीन को तैयार कर रही है.

डॉ. बहल ने बताया कि डेंगू की वैक्सीन को आईसीएमआर ने सहयोग दिया है. ड्रग कंट्रोल जनरल ने इस वैक्सीन के स्टेज 3 के फाइनल ट्रायल को मंजूरी दे दी है. अगले 2 सालों में इस वैक्सीन के परिणाम मिलेंगे. अगर रिजल्ट अच्छा रहा, तो इसे व्यापक रूप से उपयोग में लाया जा सकेगा. अगर वैक्सीन का ट्रायल सफल रहा, तो इससे न केवल भारत को डेंगू के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी, बल्कि यह आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. इस वैक्सीन के फेज 1 और फेज 2 के ट्रायल 2018 व 2019 में किए गए थे और इस वक्त स्टेज 3 का फाइनल ट्रायल चल रहा है.

ICMR की मानें तो भारत में डेंगू की वैक्सीन के अलावा एक और वैक्सीन पर काम चल रहा है, जो जूनोटिक डिजीज के लिए है. यह वैक्सीन भी भारत में विकसित की जा रही है और इसका निर्माण आईसीएमआर के सहयोग से किया जा रहा है. छोटे जानवरों पर इस वैक्सीन के परीक्षण में अच्छा रिजल्ट मिला है. अब इस वैक्सीन का परीक्षण बड़े जानवरों और फिर इंसानों पर किया जाएगा. पहले परीक्षण के लिए मंजूरी भी मिल चुकी है. यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आगे की प्रक्रिया में मदद करेगा. जूनोटिक डिजीज वे बीमारियां हैं, जो जानवरों से इंसानों में फैलती हैं.

भारत में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिलते हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अनुसार पिछले 2 दशकों में डेंगू के केस लगातार बढ़ रहे हैं. साल 2023 के अंत तक दुनिया के 129 से अधिक देशों में डेंगू वायरस के केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं. भारत में डेंगू के लगभग 75-80% मामलों में लक्षण नजर नहीं आते हैं और सिर्फ 20-25% मामलों में लक्षण दिखते हैं. डेंगू एक खतरनाक बीमारी है, जिसका सही समय पर इलाज न मिलने पर मौत भी हो सकती है. सीवियर मामलों में यह इंफेक्शन डेंगू शॉक सिंड्रोम और डेंगू हेमोरेजिक फीवर में बदल सकता है. ऐसे में इसकी वैक्सीन आना बेहद जरूरी है.

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Tags: Dengue fever, Health, Lifestyle, Trending news



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