Kissing Disease: मेडिकल साइंस कहता है कि लिप किस एक तरह से खुश रहने की दवा है. जब कोई प्रेमी जोड़ा मन में प्रेम का भाव लिए एक-दूसरे के साथ आलिंगनबद्ध होकर किस करता है तो इस प्रक्रिया से दिमाग में अच्छे रसायनों को एक कॉकटेल रिलीज होने लगता है. इनमें ऑक्सिटोसिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हार्मोन प्रमुख है. ये तीनों हार्मोन मन में हलचल पैदा कर देते हैं जिससे खुशी की तरंगें उठने लगती है. इससे शरीर में खुशी वाली एनर्जी बढ़ जाती है और सामने वालों के लिए प्यार उमड़ पड़ता है. इतने फायदों के बावजूद विज्ञान यह भी कहता है कि लिप किस करने से कभी-कभी बैक्टीरियल या वायरल बीमारी भी हो सकती है.
क्या होती है किसिंग डिजीज
मायोक्लिनिक की रिपोर्ट के मुताबिक किसिंग डिजीज का मेडिकल नाम मोनोन्यूलियोसिस (mononucleosis) हैं. यह बीमारी लिप किस करने से तो होता है लेकिन यह तभी होगा कि जब किसी एक पार्टनर को पहले से यह बीमारी लगी हुई है. यानी मोनोन्यूक्लियोसिस से संक्रमित इंसान अगर किसी दूसरे इंसान को लिप किस करे तो इस दूसरे इंसान को किसिंग डिजीज हो सकती है. यह बीमारी मोनो या इप्सिन बार वायरस से फैलती है. यह वायरस स्लाइवा यानी थूक में मौजूद रहता है और थूक के माध्यम से अन्य में फैल जाता है. वहीं संक्रमित व्यक्ति जिस गिलास में पानी पीता है या जिस थाली में खाना खाता है या अन्य बर्तन का इस्तेमाल करता है अगर उसी बर्तन में दूसरा भी खाए तो इससे भी किसिंग डिजीज हो सकती है. यानी अगर कोई संक्रमित व्यक्ति के साथ भोजन साथ में शेयर कर रहा है तो उसे यह बीमारी हो सकती है.
किसे है ज्यादा खतरा
छोटे और किशोर उम्र के बच्चों में किसिंग डिजीज का ज्यादा खतरा रहता है. हालांकि फ्लू या कोल्ड की तरह मोनोन्यूक्लियोसिस संक्रमण नहीं फैलाता. यह यौन जनित बीमारी (STI) भी नहीं है.
क्या है इसके लक्षण
अगर किसी को किसिंग डिजीज हो जाए तो इसमें बहुत अधिक थकान होती है. साथ ही गले में खराश और बुखार भी लग जाता है. गर्दन और आर्म्सपिट के पास जो नसें होती है वह सूज जाती है. कुछ लोगों में टॉन्सिल भी सूज जाती है. इन सबके अलावा स्किन में रैशेज, सिर दर्द और स्प्लीन में सूजन भी हो सकती है.
किसिंग डिजीज में खतरा
अगर किसी को किसिंग डिजीज हो जाए तो इसमें स्प्लीन बड़ा होने लगता है. अगर मामला गंभीर है तो इसमें स्प्लीन फटने का भी डर रहता है. इससे अचानक तेज दर्द होने लगेगा. इसमें तुरंत डॉक्टर के पास दिखाने की जरूरत है. वहीं किसिंग डिजीज में लिवर की बीमारी हेपटाइटिस भी हो सकती है. इसमें लिवर में हल्का इंफ्लामेशन हो जाएगा. इसके साथ ही जॉन्डिस का भी खतरा रहता है. वहीं एनीमिया, हार्ट प्रोब्लम, नसों में दिक्कत और टॉन्सिल का भी कम खतरा रहता है.
क्या है इलाज
ज्यादातर युवाओं में शरीर अपने आप इस वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बनाने लगता है. इससे अपने आप ठीक हो जाता है. अगर नहीं ठीक होता है तो डॉक्टर एंटीबायोटिक लेने की सलाह देते हैं. इस बीमारी से बचने का यही तरीका है कि अगर किसी को यह बीमारी है तो वह दूसरे के साथ लिप किस न करें और खाने के बर्तन में या साथ में भोजन न करें.
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FIRST PUBLISHED : June 17, 2024, 16:02 IST