जयपुर. बारिश के मौसम में खरपतवार उगते हैं, इनमें से कुछ पौधों में औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. कुछ पौधों का उपयोग तो आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में भी किया जाता है. बरसात के मौसम में उगने वाले खरपतवारों में से है भूमि आंवला जिसकी आयुर्वेद में काफी अधिक डिमांड रहती है.
बरसात के मौसम में हर जगह उपलब्ध रहने वाले इस छोटे से पौधे की पत्तियों में हर बीमारी को ठीक करने की क्षमता मौजूद है. बारिश के मौसम में यह पौधा आसानी से उग जाता है.
कैसे करें इसका उपयोग
आयुर्वेद एक्सपर्ट किशनलाल ने बताया कि भूमि आंवला एक खास तरह का पौधा है. भूमि आंवला के पौधे की पत्तियों को धोकर खाया जा सकता है. इसके रस से कई बीमारियां ठीक का गुण मौजूद है. इसके अलावा पौधे को सुखाकर चूर्ण के रूप में भी भूमि आंवले का प्रयोग किया जा सकता है. इस पौधे की पत्तियों से रस निकालकर 10 से 20 मिली. को दिन में तीन से चार बार पीना चाहिए. इस पौधे की तासीर कड़वी होती है. यह पित्त को संतुलित करने में बहुत मददगार पौधा है.
भूमि आंवला के औषधीय गुण
भूमि आंवला प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. इसके अलावा इसमें इसमें उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं. यह पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है और गैस, अपच जैसी समस्याओं से राहत देता है. वहीं भूमि आंवला का सेवन त्वचा की समस्याओं को कम करने में मदद करता है.
लीवर की बीमारियों में बहुत उपयोगी
भूमि आंवला के पौधे में एंटीऑक्सीडेंट और हैपेटोप्रोटीसिव गुण मौजूद है . जो लिवर और पीलिया की समस्या के समाधान में यह पौधा बहुत उपयोगी है.
खांसी और जुकाम में फायदेमंद
इस पौधे के रस में कफ को संतुलन करने का गुण मौजूद है. इसलिए खांसी अस्थमा सांस की परेशानी में बहुत उपयोगी होता है.
गठिया के दर्द में सहायक
इस पौधे के लगातार से उनसे घठिया रोग की समस्या से निजात मिल जाता है.
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FIRST PUBLISHED : September 25, 2024, 21:12 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.