Benefits of Arjuna Bark: शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आयुर्वेद में हजारों सालों से औषधीय गुणों से भरपूर पेड़-पौधों का इस्तेमाल किया जा रहा है. कई प्लांट्स में पावरफुल कंपाउंड होते हैं, जो हेल्थ को दुरुस्त करने में बेहद कारगर साबित हो सकते हैं. ऐसा ही एक अर्जुन का पेड़ है, जिसे वैज्ञानिक भाषा में टर्मिनलिया अर्जुन (Terminalia Arjuna) कहा जाता है. इस पेड़ की छाल को कार्डियोवैस्कुलर डिजीज की प्राचीन दवा माना जाता है. कई मॉडर्न स्टडीज में भी इसके हेल्थ बेनिफिट्स का लोहा माना गया है. अर्जुन की छाल का पाउडर या इस छाल को पानी में उबालकर पीना सेहत के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है. अगर आप अपनी हार्ट हेल्थ दुरुस्त करना चाहते हैं, तो इस छाल का सेवन कर सकते हैं. इससे शरीर को जबरदस्त फायदे मिल सकते हैं.
यूएस के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) की रिपोर्ट के मुताबिक अर्जुन की छाल का इस्तेमाल कई गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए पारंपरिक चिकित्सा में लंबे समय से किया जा रहा है. कई रिसर्च में इसे हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद माना गया है, जबकि कुछ स्टडी में इसे दवा के साथ सप्लीमेंट के तौर पर लेना ज्यादा लाभकारी माना गया है. इस छाल में एंटीऑक्सिडेंट, हाइपोटेंसिव, एंटी-एथेरोजेनिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कार्सिनोजेनिक और एंटी-म्यूटाजेनिक गुणों से भरपूर माना जाता है. इसमें मौजूद तत्व गैस्ट्रिक हेल्थ पर भी पॉजिटिव असर डालते हैं. हर्बल दवाओं में इसका खूब उपयोग होता है.
वैज्ञानिकों की मानें तो अर्जुन की छाल में कई ऐसे केमिकल्स होते हैं, जो हमारे हार्ट को स्टिम्युलेट करते हैं, जिससे हार्ट हेल्थ बेहतर हो सकती है. इस छाल का सही तरीके से सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर कम करने में भी मदद मिल सकती है. कई लोग सीने में दर्द, अस्थमा, हार्ट डिजीज और मोटापा समेत कई परेशानियों से निजात पाने के लिए इस देसी छाल का उपयोग करते हैं. इसका उपयोग कान के दर्द और यूरिनरी प्रॉब्लम्स से निजात पाने के लिए भी किया जाता है. एक एंटी-इस्केमिक एजेंट के रूप में करता है और हार्ट हेल्थ को दुरुस्त कर सकता है. कई लोग इसे पेट की सेहत दुरुस्त करने और सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने में कारगर मानते हैं. हालांकि कई फायदों पर इसके सीमित प्रमाण हैं और ज्यादा रिसर्च करने की जरूरत है.
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स की मानें तो आजकल बाजार में अर्जुन की छाल का पाउडर और टेबलेट उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर किया जा सकता है. लोगों को अपनी मर्जी से इस छाल का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे सेहत को नुकसान हो सकता है. गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को भी इस छाल का सेवन एक्सपर्ट की सलाह के बाद ही करना चाहिए, वरना परेशानी में फंस सकते हैं. डॉक्टर आपकी कंडीशन के अनुसार इस छाल की डोज तय करते हैं, ताकि शरीर को फायदा मिल सके. यह एक देसी दवा मानी जाती है, लेकिन इसे लेकर भी सावधानी बरतने की जरूरत होती है.
यह भी पढ़ें- दुबले-पतले शरीर वाले हो जाएं सावधान, दिमाग की इस बीमारी का बढ़ सकता है खतरा, नई रिसर्च में हुआ खुलासा
Tags: Health, Heart Disease, Trending news
FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 08:23 IST