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Monday, July 8, 2024

भारत में बैन हैं चीन के ये फूड्स, FSSAI ने क्यों लगाई इन चीजों पर पाबंदी, जानकर रह जाएंगे दंग

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Chinese Foods Banned in India: भारत का खान-पान दुनियाभर में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी इंडियन डिश धूम मचा रही हैं. खाने का हमारी सेहत से सीधा कनेक्शन होता है और खाने में कोई हानिकारक तत्व हो, तो यह बीमारियां फैला सकता है. इसे लेकर देश की फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) खाने-पीने की चीजों की जांच करती है और उनसे अगर लोगों की सेहत को खतरा नजर आता है, तो फूड्स को बैन भी करती है. एफएसएसएआई ने समय-समय पर कई फूड्स और ड्रिंक्स को बैन किया है, जिनमें कई चीनी प्रोडक्ट भी शामिल हैं.

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2008 में एफएसएसएआई ने बड़ा कदम उठाते हुए चाइनीज मिल्क और इससे बने प्रोडक्ट्स को बैन कर दिया था. इनमें छोटे बच्चों का इन्फैन्ट फॉर्मूला भी शामिल था. चीन में इन चीजों में सेफ्टी स्कैंडल और कंटामिनेशन को लेकर कई मामले सामने आए थे. जांच में पता चला था कि चाइनीज मिल्क में प्रोटीन लेवल बूस्ट करने के लिए टॉक्सिक केमिकल मेलामाइन मिलाया जाता है, जिससे लोगों को गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. इसके अलावा नवजात शिशुओं में मेलामाइन केमिकल किडनी डैमेज की वजह बन सकता है. इन खतरों को देखते हुए ये चीजें बैन की गई थीं.

साल 2019 में एफएसएसएआई ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए चाइनीज गार्लिक यानी चीनी लहसुन को बैन करने का फैसला लिया था. जांच में इस लहसुन में बहुत ज्यादा पेस्टिसाइड (कीटनाशक) पाया गया था. किसी भी खाने-पीने की चीज में पेस्टिसाइड ज्यादा इस्तेमाल किया गया हो, तो इससे लोगों की हेल्थ के लिए गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं. इस प्रतिबंध का उद्देश्य भारतीय बाजार में चीनी लहसुन के इंपोर्ट और बिक्री पर रोक लगाकर पब्लिक हेल्थ को जानलेवा बीमारियों से बचाना था. पेस्टिसाइड कई फसलों में इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन ज्यादा पेस्टिसाइड लोगों के लिए जहर बन सकते हैं.

ये फूड्स भी किए जा चुके हैं बैन

FSSAI ने साल 2016 में पोटेशियम ब्रोमेट के उपयोग पर बैन लगाया था. यह केमिकल ब्रेड और बेकरी के कई प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किया जाता था. कई स्टडीज में पोटेशियम ब्रोमेट को थायराइड कैंसर के बढ़ते खतरे से जोड़ा गया था, जिसके बाद इसे बैन करने का फैसला लिया गया था. अथॉरिटी ने साल 2003 में ससाफ्रास ऑयल और साल 2006 में एक एनर्जी ड्रिंक पर बैन लगाया था. अब तक ब्रोमिनेटेड वेजिटेबल ऑयल, रैबिट मीट, ट्रांस फैट वाले कई फूड्स पर भी बैन लगाया जा चुका है. अथॉरिटी को जिन फूड्स में पब्लिक हेल्थ को लेकर जोखिम वाले तत्व मिलते हैं, उन पर कार्रवाई की जाती है.

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Tags: Health, Lifestyle, Trending news



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