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Back Pain Relieving Tips: प्रकृति में समय बिताने से क्रोनिक बैक पेन और मानसिक तनाव में राहत मिलती है. यूनिवर्सिटी ऑफ प्लायमाउथ की स्टडी में पाया गया कि प्राकृतिक वातावरण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना…और पढ़ें
नेचर के साथ वक्त बिताने से बैक पेन से राहत मिल सकती है.
हाइलाइट्स
- प्रकृति में समय बिताने से क्रोनिक बैक पेन से काफी राहत मिल सकती है.
- प्राकृतिक वातावरण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है.
- यूनिवर्सिटी ऑफ प्लायमाउथ की स्टडी में बैक पेन पर यह खुलासा हुआ है.
Chronic Back Pain Relief Tips: उम्र बढ़ने के साथ पीठ के दर्द की समस्या कॉमन हो जाती है. बड़ी संख्या में लोग लंबे समय से पीठ के दर्द से जूझ रहे हैं, जिसे मेडिकल की भाषा में क्रोनिक बैक पेन कहा जाता है. अगर आप भी बैक पेन के लिए रोज दवा लेते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है. एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि प्रकृति (Nature) के साथ समय बिताने से बैक पेन को बेहतर तरीके से कंट्रोल किया जा सकता है. ‘द जर्नल ऑफ पेन’ में प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक प्रकृति के बीच समय बिताने से न सिर्फ शारीरिक आराम मिलता है, बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है. इससे क्रोनिक बैक पेन कम हो जाता है और मेंटल हेल्थ भी सुधर जाती है.
यह स्टडी उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकती है, जो लंबे समय से बैक पेन से परेशान हैं. शोध में पाया गया कि प्रकृति में समय बिताने से शारीरिक असुविधा के साथ मानसिक तनाव से भी राहत मिलती है. इस अध्ययन को UK की यूनिवर्सिटी ऑफ प्लायमाउथ के शोधकर्ताओं ने किया था, जिसमें 10 व्यक्तियों को शामिल किया गया, जो कई सालों से क्रॉनिक बैक पेन से पीड़ित थे. इन लोगों में से कुछ को यह दर्द 40 सालों से था. शोधकर्ताओं ने इनसे यह सवाल किया कि वे अपने दर्द से किस तरह से डील करते हैं और क्या प्रकृति में समय बिताना उनके लिए फायदेमंद होता है. शोधकर्ताओं ने यह जानने की कोशिश की कि क्या प्रकृति का कोई भूमिका है, जो इन लोगों को दर्द से निपटने में मदद करता है.
शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग प्रकृति में समय बिताते थे, उन्होंने बताया कि इससे उन्हें मानसिक और शारीरिक दोनों रूपों में आराम मिलता है. जब ये लोग प्राकृतिक वातावरण में समय बिताते थे, तो उन्हें सामाजिक रूप से दूसरों से जुड़ने का अवसर मिलता था. ये लोग अपने दर्द के कारण ज्यादातर समय घर के अंदर अकेले रहते थे. लेकिन प्रकृति में समय बिताने से उन्हें अपने दर्द से ध्यान हटाने का एक तरीका मिला और यह उनकी मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने में सहायक साबित हुआ. इसके अलावा इन व्यक्तियों ने यह भी बताया कि ताजा हवा और पानी की आवाज, झील या नदियों का दृश्य उनके लिए मानसिक शांति का स्रोत बन गए थे. इन चीजों ने उनके तनाव और चिंता को कम किया, जो कि उनके दर्द के स्तर से उत्पन्न हो रहे थे. इससे यह साबित होता है कि प्राकृतिक वातावरण न केवल शारीरिक दर्द को कम करने में मदद करता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्थिति को भी बेहतर बनाता है.
इस स्टडी के लीड ऑथर अलेक्जेंडर स्मिथ ने कहा कि क्रोनिक बैक पेन से राहत पाने के लिए नेचर को एक संभावित विकल्प के रूप में देखा गया है. इस शोध ने यह साबित किया है कि जो लोग प्रकृति में समय बिताने में सक्षम थे, उन्होंने शारीरिक और मानसिक दोनों पहलुओं से इसके लाभ महसूस किए. शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के आधार पर यह सलाह दी है कि जो लोग क्रॉनिक बैक पेन से परेशान हैं, उन्हें प्राकृतिक वातावरण में समय बिताना चाहिए. यह दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है. शोधकर्ताओं ने आशा जताई कि उनके इस अध्ययन से इस दिशा में और अधिक शोध हो सकेगा और इस तरह से हम लोगों को दर्द से राहत देने के नए तरीके खोज पाएंगे.


अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें