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Saturday, November 2, 2024

आपको नपुंसक बना सकता है एयर पॉल्यूशन ! चौंकिए मत यह हकीकत, महिला-पुरुष दोनों को खतरा

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Air pollution Decrease Fertility: दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई शहरों में इस वक्त एयर पॉल्यूशन का कहर देखने को मिल रहा है. हवा में जब खतरनाक कण मिल जाते हैं, तब एयर क्वालिटी बिगड़ जाती है और पॉल्यूशन का प्रकोप नजर आने लगता है. एयर पॉल्यूशन हमारे फेफड़ों और हार्ट के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है, लेकिन यह शरीर के हर अंग के लिए नुकसानदायक है. कई स्टडी में यह बात सामने आई है कि जहरीली हवा से पुरुष और महिला दोनों की फर्टिलिटी बर्बाद हो सकती है. लंबे समय तक पॉल्यूटेड हवा में रहने से कपल्स को इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है.

न्यूज मेडिकल की रिपोर्ट के मुताबिक एयर पॉल्यूशन मेल फर्टिलिटी को बुरी तरह प्रभावित करता है. जब पुरुष हवा में मौजूद हानिकारक कणों के संपर्क में आते हैं, तब उनके स्पर्म की क्वालिटी और स्पर्म काउंट में गिरावट आने लगती है. एक्सपर्ट्स की मानें तो प्रदूषित हवा में मौजूद तत्व शरीर में सूजन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं पैदा करते हैं, जिससे स्पर्म प्रोडक्शन कम हो सकता है. इससे नपुंसकता यानी इनफर्टिलिटी का खतरा बढ़ जाता है. इनफर्टिलिटी के कारण कपल्स के पैरेंट्स बनने की संभावना कम हो जाती है. जहरीली हवा पुरुषों के रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए भी बेहद खतरनाक है.

जहरीली हवा का असर सिर्फ पुरुषों की फर्टिलिटी पर ही नहीं होता है, बल्कि महिलाएं भी एयर पॉल्यूशन की वजह से इनफर्टिलिटी का शिकार हो सकती हैं. जब महिलाएं प्रदूषित हवा के संपर्क में आती हैं, तब उनके एग्स की क्वालिटी और एग्स काउंट में गिरावट आने लगती है. कई रिसर्च में पता चला है कि जहरीली हवा की वजह से महिलओं की रिप्रोडक्टिव हेल्थ को नुकसान होता है और इससे उनके एग्स प्रोडक्शन में कमी आने लगती है. अगर यह समस्या लंबे समय तक रहे, तो इनफर्टिलिटी में बदल सकती है. इनफर्टिलिटी होने पर महिलाएं प्रेग्नेंसी कंसीव नहीं कर पाती हैं.

द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार साल 2021 में चीन में एयर पॉल्यूशन और इनफर्टिलिटी को लेकर एक स्टडी की गई थी. इसमें पता चला एयर पॉल्यूशन इनफर्टिलिटी के खतरा को बढ़ा सकता है. चीन में 18000 मैरिड कपल्स पर की गई इस स्टडी में पाया गया कि जो लोग छोटे कणों वाले एयर पॉल्यूशन के ज्यादा संपर्क में आते हैं, उनमें इनफर्टिलिटी का खतरा 20% अधिक होता है. रिसर्च के अनुसार जिन महिलाओं ने एक साल में 10 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर अधिक प्रदूषण का सामना किया, उनमें इनफर्टिलिटी का खतरा बढ़ा था. चीन में औसत प्रदूषण स्तर 57 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है, जबकि भारत में भी एवरेज एयर पॉल्यूशन करीब 55 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है. इससे साफ है कि भारत में पॉल्यूशन के कारण इनफर्टिलिटी की प्रॉब्लम बढ़ रही है.

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Tags: Air pollution, Health, Lifestyle, Male Fertility, Trending news



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