4.3 C
Munich
Thursday, November 14, 2024

सिर्फ सर्दियों में मिलता है ये जंगली फल, बाजार में आते ही टूट पड़ते हैं लोग, कई बीमारियों को जड़ से कर देता है समाप्त

Must read


करौली. सर्दी की दस्तक के साथ ही राजस्थान के जंगलों में बड़ी मात्रा में पैदा होने वाला एक खास फल ऐसा है जिसे जंगलों का सेब कहा जाता है. दीपावली के ठीक बाद करौली के डांग क्षेत्रों में बेर नाम का यह फल इतनी बड़ी मात्रा में उगता है कि लोग 4 महीने इसका फ्री में ही स्वाद लेते हैं. औषधीय गुणों से भरपूर होने के साथ इसका धार्मिक महत्व भी है. यह फल हिंदू धर्म में देवताओं से लेकर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सबसे ज्यादा चढ़ाया जाता है. इस खास फल का जिक्र रामायण जैसे ग्रंथ में भी आया है. इसलिए इसे भगवान राम का भी पसंदीदा फल कहा जाता है.

सबसे खास बात यह है कि इस फल को खाना हर किसी को पसंद होता है. जंगलों में उगने वाला यह एकमात्र ऐसा फल है, जिसे इंसान और पशु दोनों ही खूब खाते हैं. दिवाली के बाद जैसे ही बेर का सीजन आता है बाजारों में भी इसकी मांग बढ़ जाती है. खाने में खट्टा-मीठा लगने वाला यह छोटा सा फल सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. बेर कई बीमारियों का रामबाण इलाज भी कहा जाता है. इसमें पाए जाने वाले कई गुण ऐसे हैं जो बड़ी-बड़ी बीमारियों को जड़ से समाप्त कर देते हैं. गांव के बड़े बुजुर्गों की मानें तो यह फल त्रेतायुग का फल कहा जाता है. इसका जिक्र भगवान राम के समय में भी आया है.

ज्योतिष की दृष्टि से भी बेर का महत्व
हिंडौन के प्रसिद्ध ज्योतिषी पं. धीरज शर्मा कहते हैं कि ज्योतिष की दृष्टि से भी बेर का अत्यधिक महत्व है. देवउठनी एकादशी पर देवताओं को प्रसन्न करने और जागने के लिए इसी फल का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है. वह बताते हैं कि त्रेता युग में भी भगवान राम ने शबरी का यही झूठा फल बेर खाया था. माता शबरी ने भी उस समय भगवान राम को यह फल खिलाया था. इसी फल को खिलाने के बाद भगवान राम ने उन्हें नविधा भक्ति का आशीर्वाद दिया था.

बेर का भगवान शिव से भी है गहरा संबंध
ज्योतिष पंडित धीरज शर्मा बताते हैं कि भगवान शिव से भी इस फल का गहरा संबंध है. यदि देखा जाए तो बेर की आकृति शिवलिंग जैसी ही होती है. वह बताते हैं कि भगवान शिव पर बेर चढ़ाने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है. इस फल की ऐसी भी मान्यता है कि यदि सात बेर भगवान शिव को चढ़ा दिए जाए तो बड़े से बड़ा असाध्य रोग भी समाप्त हो जाता हैं. इसलिए धार्मिक दृष्टि से भी बेर का अत्यधिक महत्व है.

Tags: Health News, Karauli news, Local18, Rajasthan news

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.



Source link

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article