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Longevity Tips: क्या आप जानते हैं कि कुछ लोग सौ साल तक क्यों जीते हैं. वैज्ञानिकों ने इसका राज खोल दिया है. आइए इस बात को जानते हैं कि ये लोग ज्यादा दिनों तक किस तरह जीते हैं.
हाइलाइट्स
- 100 साल तक जीने वाले लोगों के पेट में 4 खास बैक्टीरिया होते हैं.
- अनार, क्रैनबेरी, अंगूर से ओस्सिलोबैक्टर बैक्टीरिया बढ़ाया जा सकता है.
- जवानी से ही इन चीजों का सेवन शुरू करें, 70 साल की उम्र से नहीं.
Longevity Tips: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक डॉ. विलियम ली ने एक रहस्य से पर्दा उठाते हुए कहा है कि जो लोग 100 साल या इससे ज्यादा दिनों तक जीवित रहते हैं, उनपर किए गए शोध में पाया गया है कि इसके पीछे पेट में पाए जाने वाले 4 तरह के बैक्टीरिया का सबसे अहम रोल है. खास बात यह है कि इन चारों बैक्टीरिया को हर कोई अपने पेट में पैदा कर सकता है. इसके लिए कुछ सामान्य चीजों का सेवन करना होगा जिससे किसी के पेट में ये बैक्टीरया बढ़ जाते हैं. इन फूड की मदद से कोई भी अपने जीवन को लंबा कर सकता है.
4 खास बैक्टीरिया है ज्यादा जिंदगी के राज
डेली मेल की खबर में डॉ. विलियम ली ने बताया कि आंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया हमारे शरीर में कई महत्वपूर्ण कामों में मदद करते हैं. यह आंत में पाचन से लेकर कैंसर तक से लड़ने में मदद करते हैं और इंफेक्शन सहित कई बीमारियों से बचाते हैं. डॉ. ली ने बताया कि शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में पाया है कि जो लोग 100 साल या इससे ज्यादा दिनों तक जीते हैं, उनके पेट में 4 खास तरह के बैक्टीरिया बहुत अधिक संख्या में पाए जाते हैं. ये हैं ओडोरिबेक्टर, ओसिलोबेक्ट, क्रिस्टेनसेनेला और एकरमानसिया. डॉ. ली ने बताया कि इन चारों बैक्टीरिया का हमारी हेल्थ में महत्वपूर्ण योगदान है. हमारे लिए बेहतरीन दोस्त है. यहां तक कि ये हमारे मानसिक हेल्थ को भी फायदे पहुंचाते हैं.
किस तरह करते हैं ये मदद
डॉ. ली ने बताया कि इन बैक्टीरिया के बारे में हमें पूरी तरह तो पता नहीं लेकिन जहां तक इस संबंध में रिसर्च हुई है उससे यह साबित होता है कि ये बैक्टीरिया हमारे पेट के डाइजेशन सिस्टम को बूस्ट करते हैं और ई. कोलाई जैसे खतरनाक बैक्टीरिया को पनपने नहीं देते. ओडोरीबेक्टर तो ऐसा बैक्टीरिया है जो कैंसर तक से हमें बचाता है. जापान में हुए एक अध्ययन के मुताबिक ओडोरोबेक्टरीज ज्यादा उम्र को बढ़ाने में खास मदद करता है. इसलिए इसे मदर नेचर्स स्टेटिन कहा जाता है. ओस्सिलोबैक्टर आपके शरीर को इंसुलिन सेंसेटिविटी के प्रति सक्रिय बनाता है. अगर इस बैक्टीरिया को हेल्दी डाइट से प्राप्त किया जाए तो यह जीवन को बढ़ाने में कई तरह से मदद करता है. अच्छी इंसुलिन सेंसेटिविटी का मतलब है कि आपका शरीर इंसुलिन हार्मोन के प्रति बेहतर प्रतिक्रिया करता है और खून में शुगर को आसानी से पचा सकता है जबकि इंसुलिन रेजिस्टेंस इसके विपरीत है और यह टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को बढ़ाता है. इसी तरह आंत में मौजूद अन्य तीन बैक्टीरिया भी मेटोबोलिज्म को बूस्ट करता है और इम्यूनिट को बढ़ाकर कई बीमारियों से हमारी रक्षा करता है. यहां तक कि ये कैंसर से भी लड़ने में मददगार है.
इन बैक्टीरिया को बढ़ाए कैसे
डॉ. ली ने कहा कि कुछ फूड की मदद से इन बैक्टीरिया को आसानी से बढ़ाया जा सकता है. डॉ. ली ने बताया कि अनार, सूखे क्रैनबेरी, कंकोर्ड अंगूर,मिर्च, काली रास्पबेरी और चाइनीज ब्लैक विनेगर से ओस्सिलोबैक्टर की पैदावार को आंत में बढ़ाया जा सकता है. अन्य तीन बैक्टीरिया के लिए रेजिस्टेंस स्टार्ट वाली चीजों को खाना चाहिए. इसके लिए उन्होंने बताया कि जैसे कि आप चावल या आलू को एक बार पका लेते हैं और उसे रात भर फ्रीज में रख दीजिए. सुबह जब आप निकालिएगा तो इस चावल का केमिकल कंपोजिशन बदला हुआ होगा. इसमें स्टार्च रेजिस्टेंस ज्यादा बन जाएगा. सुबह इसे गर्म कर सेवन करें. यह आंत में कई तरह के हेल्दी सूक्ष्मजीवों को बढ़ाने में मदद करेंगे. यह नुस्खा आपके पाचन तंत्र में सकारात्मक बैक्टीरिया की वृद्धि के लिए बेहतर है.
जवानी में खाएंगे तभी फायदा
डॉ. ली ने यह भी कहा कि यदि आप इन बैक्टीरिया की संख्या को आंत में बढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको जवानी से इन चीजों को खाना शुरू करना होगा. यदि आप इसे 70 साल की उम्र से खाना शुरू कर देंगे तो इसका कोई फायदा नहीं होगी. इसलिए यदि आप हेल्दी लाइफ या ज्यादा दिनों तक जिंदा रहना चाहते हैं तो जवानी में ही इन चीजों का सेवन शुरू कर दीजिए.
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January 29, 2025, 14:17 IST
जो लोग 100 साल तक जीते हैं उनके पेट में होती है ये 4 चीजें, आप भी कर सकते हैं