मेरठः गिलोय के बारे में तो हर कोई जानता है. गिलोय की जड़, पत्तियों का उपयोग करते हुए कई तरह की बीमारियों को दूर किया जा सकता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी बेल के बारे में बताएंगे. जो डेंगू, मलेरिया सहित कई तरह के वायरस को दूर करने में सक्षम है. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के बॉटनी विभागाध्यक्ष एवं आयुर्वेदिक पौधों के एक्सपर्ट प्रोफेसर विजय मलिक के अनुसार पाठा यानि सिसाम्पेलोस परेरा काफी महत्वपूर्ण औषधि है.
प्रो. विजय मलिक ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए बताया कि गर्मी की मौसम में डेंगू, मलेरिया के केस देखने को मिलते हैं. ऐसे में किसी को भी इस तरह के कोई भी लक्षण हो, तो वह सभी यह पाठा की बेल की जड़ को अच्छे से कूटकर उसके काढ़े का उपयोग कर सकते हैं. इसके काढ़े के माध्यम से डेंगू, मलेरिया सहित विभिन्न प्रकार केे वायरस दूर होते हैं. क्योंकि इसमें ऐसे एंटीऑक्सीडेंट औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो बीमारियों को दूर करने में सक्षम होते हैं. इसी के साथ अगर किसी को पित्त, कफ की भी शिकायत होती है, तो उसे भी दूर करने में इसका काढ़ा फायदेमंद होता है.
पत्तियों के भी हैं अनेक फायदे
प्रोफेसर मलिक के अनुसार इस बेल की पत्तियों का उपयोग अगर डायबिटीज रोगी करने लगे तो उनकी डायबिटीज से संबंधित समस्या का समाधान हो जाएगा. इसी के साथ इसकी पत्तियों का पेस्ट त्वचा से संबंधित विभिन्न प्रकार के संक्रमण को दूर करने में भी काफी उपयोगी माना जाता है. यही नहीं वह कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति को कुत्ता काट ले या फिर कोई ऐसा जहरीला जीव, तो ऐसे में इसकी पत्तियां और जड़ को पीसकर लगाने से काफी लाभ मिलता है. हालांकि इसका उपयोग उम्र के हिसाब से किया जाता है. ऐसे में किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर लें.
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FIRST PUBLISHED : May 1, 2024, 10:10 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.