जयपुर. ठंड के मौसम में सूखे मेवे की मांग बढ़ जाती है. सर्दियों में बादाम काजू किशमिश की तरह ही मखाना भी बेहद पौष्टिक ड्राई फ्रूट है. इनमें अनेक पौष्टिक तत्व होते हैं जो सर्दी में बड़े कामगार है. दीपावली के समय मखाना की मांग अधिक बढ़ जाती है. बहुत सारे लोगों को इसके गुना के बारे में नहीं पता होता है. वे बस इसके टेस्ट के कारण ही इसको खाना पसंद करते हैं.
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि मखाना को देवताओं का भोजन कहा गया है. इसके उपयोग के बिना जन्म, मृत्यु, शादी, गोद भराई, व्रत-उपवास और यज्ञ हवन अधूरे हैं. मखाने का हर जगह विशेष महत्व रहता है. मखाना ऑर्गेनिक हर्बल उत्पाद में आता है, क्योंकि यह बिना किसी रासायनिक खाद या कीटनाशक के उपयोग के उगाया जाता है.
कैसे बनता है मखाना
मखाने का अधिकांश उपयोग ताकत की दवाइयां बनाने में किया जाता है. मखाना बनाने के लिए इसके बीजों को फल से अलग कर धूप में सुखाते हैं. बीजों को बड़े-बड़े लोहे के कढ़ावों में सेंका जाता है. कढ़ाव में सिंक रहे बीजों को 5-7 की संख्या में हाथ से उठा कर ठोस जगह पर रख कर लकड़ी के हथौड़े से पीटा जाता है. इस तरह गर्म बीजों का कड़क खोल तेजी से फटता है और बीज फटकर लाई (मखाना) बन जाता है. जितने बीजों को सेका जाता है, उनमें से केवल एक तिहाई ही मखाना बनते हैं.
औषधीय उपयोग
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि मखाने का सेवन किडनी और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है. डायबिटीज रोगी इसका सेवन कर लाभ पा सकते हैं. मखाना कैल्शियम से भरपूर होता है इसलिए जोड़ों के दर्द, विशेषकर अर्थराइटिस के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है. इसके अलावा मखाने के सेवन से तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है. रात में सोते समय दूध के साथ मखाने का सेवन करने से नींद न आने की समस्या दूर हो जाती है. वहीं नियमित रूप से इसका सेवन करने से शरीर की कमजोरी दूर होती है और शरीर सेहतमंद रहता है. मखाना शरीर के अंग सुन्न होने से बचाता है और घुटनों और कमर में दर्द पैदा होने से रोकता है. गर्भवती महिलाओं और प्रसूति के बाद कमजोरी महसूस करने वाली महिलाओं को मखाना खाना चाहिए. मखाना को दूध में मिलाकर खाने से दाह (जलन) में आराम मिलता है.
विदेशी प्रोडक्ट से अच्छा देसी मखाना
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि कई लोग जिम जाकर शरीर बनाते हैं. शक्तिवर्धक के रूप में विदेशी प्रोडक्ट को चुनते है. लेकिन देसी मखाने से बनी दवाई का उपयोग कर वेट डबल स्टैमिना ले सकते हैं. यह शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को मजबूती भी प्रदान करता है. इसलिए जिम, योग बार मॉर्निंग वॉक करने वाले सभी लोगों को देसी मखाना जरूर खाना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : October 26, 2024, 15:25 IST
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