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Wednesday, October 23, 2024

फास्टफूड खाने के हैं शौकीन तो संभल जाईए, पटना में तेजी से फैल रहा है लंगड़ा बुखार, जानिए लक्ष्ण

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पटना: अगर आप पटना की सड़कों पर चाट, चाउमिन या अन्य फास्ट फूड का सेवन धड़ल्ले से कर रहे हैं, तो सावधान हो जाइए. बिहार की राजधानी में एक नया और खतरनाक वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है. इसे “लंगड़ा बुखार” के नाम से जाना जा रहा है. यह बुखार खासकर युवाओं को अपना शिकार बना रहा है. इसका सीधा असर घुटनों और कमर पर पड़ रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि जंक फूड और खुले में बेचे जा रहे खाद्य पदार्थ इस वायरस के फैलने का मुख्य कारण हैं.

पटना के सीनियर जनरल फिजिशियन डॉ. राणा एस.पी. सिंह ने लोकल 18 को बताया कि इस साल इस नए तरह के बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. हर दिन उनके पास 25 से 30 मरीज इस बीमारी के लक्षणों के साथ इलाज करवाने आ रहे हैं. इस बुखार के कारण मरीजों को चलने-फिरने में अत्यधिक कठिनाई हो रही है, इसे “लंगड़ा बुखार” का नाम मिला है.

डेंगू और चिकनगुनिया जैसे लक्ष्ण
लंगड़ा बुखार के लक्षण डेंगू और चिकनगुनिया से मिलते-जुलते हैं. इसमें तेज बुखार, घुटनों और कमर में असहनीय दर्द, और अत्यधिक कमजोरी महसूस होती है. मरीज सामान्य रूप से चलने-फिरने और दैनिक कार्यों को करने में अक्षम हो जाता है. बुखार के साथ जोड़ों में दर्द इतना गंभीर होता है कि मरीज लंगड़ा कर चलने पर मजबूर हो जाता है.

जंक फूड और फास्ट फूड जिम्मेदार
डॉ. सिंह के ने बताया कि इस वायरल बुखार के फैलने का मुख्य कारण पटना में बिकने वाला जंक फूड, फास्ट फूड और खुले में बेचे जा रहे खाद्य पदार्थ हैं. यह वायरस संक्रमित खाद्य पदार्थों के जरिए तेजी से फैल रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि कोल्ड ड्रिंक्स और फास्ट फूड का सेवन करने वाले लोग विशेष रूप से इसका शिकार हो रहे हैं. डॉ. राणा एस पी सिंह आगे बताते हैं कि सामान्य रूप से लंगड़ा बुखार जानवरों में होता है जो बैक्टिरियल होता हैं लेकिन लोगों में यह वायरल है.

पटना के हॉट स्पॉट क्षेत्र
पटना के कई इलाकों में यह बुखार ज्यादा देखा जा रहा है. नेहरू नगर, इंदिरा नगर, बाजार समिति, भूतनाथ, मुसल्लहपुर हाट, मीठापुर, पाटलिपुत्र, राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, कदमकुआं, और गोला रोड जैसे इलाके हॉटस्पॉट बन गए हैं, जहां से मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.

क्या करें सावधानियां?
डॉ. राणा ने लोगों से अपील की है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतनी आवश्यक है. अगर तेज बुखार के साथ घुटने और कमर में दर्द हो, तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें. पैरासिटामोल लेकर बुखार को कम किया जा सकता है, लेकिन सही इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है. साथ ही इम्युनिटी को मजबूत रखने के लिए तरल पदार्थ जैसे ओआरएस का सेवन और बेड रेस्ट करने की सलाह दी जाती है. ताजा और पोषक भोजन करें, ताकि शरीर को जल्दी रिकवरी मिल सके.

Tags: Bihar News, Local18, PATNA NEWS



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