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jamun benefits in hindi : इसका फल आयुर्वेद में सदियों से यूज होता आया है. इसके इस्तेमाल से शरीर को कई ऐसे रोगों से छुटकारा मिल सकता है, जिनसे राहत पाने की उम्मीद लोग छोड़ चुके होते हैं.
गर्मियों के मौसम में मिलने वाला जामुन स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक फल है. यह औषधीय गुणों से भरपूर है. जामुन का हर हिस्सा स्वास्थ्य के लिए गुणकारी है. इसके फल से लेकर पत्ते और बीज तक, सभी में औषधीय गुण मौजूद हैं. जामुन का नियमित सेवन कई गंभीर बीमारियों से बचाव में मदद करता है. जामुन के बीज का सेवन भी फल के समान ही लाभकारी है. यह शरीर को कई तरह के पोषक तत्व प्रदान करता है.


जिला अस्पताल बाराबंकी के चिकित्सक डॉ. अमित वर्मा (एमडी मेडिसिन) Local 18 से कहते हैं कि जामुन एक औषधीय पौधा है. इसमें विटामिन A, विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमें कई बीमारियों से बचाते हैं.


पीलिया होने पर जामुन का सेवन करें. जामुन के 10-15 मिली रस में, 2 चम्मच मधु मिला लें. इसका सेवन करने से पीलिया, खून की कमी और रक्त-विकार में लाभ होता है.


जामुन डायबिटीज के लक्षणों को ठीक कर सकता है. अगर आपको अधिक प्यास लगती है, तो आप जामुन का सेवन कर सकते हैं. गर्मी में इससे डिहाइड्रेशन से राहत मिलती है. इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखता है.


अगर आंखों में जलन या वो दुख रही हो तो आप जामुन का इस्तेमाल कर सकते हैं. जामुन के 15-20 कोमल पत्तों को 400 मिली पानी में पका लें. जब यह काढ़ा एक चौथाई बचे तो इससे आंखों को धोएं. इससे लाभ होता है.


जामुन के पत्तों की राख बना लें. इसे दांत और मसूड़ों पर मलने से दोनों मजबूत होते हैं. जामुन के पके हुए फलों के रस को मुंह में भरकर, अच्छी तरह हिलाकर कुल्ला करें. इससे पाइरिया ठीक होता है.


अक्सर खान-पान में बदलाव होने पर मुंह में छाले होने लगते हैं. जामुन के पत्तों के रस से कुल्ला करने पर मुंह के छालों में लाभ होता है. 10-15 मिली जामुन के फल के रस का नियमित सेवन करें. इससे गले के रोग भी ठीक होते हैं. गले के दर्द में 1-2 ग्राम जामुन के पेड़ की छाल के चूर्ण का सेवन करें. चूर्ण का सेवन शहद के साथ करने से भी आराम मिलता है.


जामुन पाइल्स की समस्या से भी राहत दिलाता है. जामुन के कोमल पत्तों के 20 मिली रस में, थोड़ी-सी शक्कर मिला लें. इसे दिन में तीन बार पीने से बवासीर से बहने वाला खून बंद हो जाता है. 10 ग्राम जामुन के पत्तों को 250 मिली गाय के दूध में घोंट लें. सात दिन तक सुबह, दोपहर और शाम को पीने से बवासीर में गिरने वाला खून बंद हो जाता है.