How To Get Shapely and Muscular Body: पैसा, संपत्ति, गाड़ी, बंगला… लोग जीवन में भले ही कई सुख-सुविधाओं के पीछे भागते हैं. लेकिन सच ये है कि ‘पहला सुख निरोगी काया…’ यानी स्वस्थ्य शरीर के बिना आपके पास कोई भी सुख या सुविधा हो, सब बेकार होती है. हालांकि अपनी बिजी लाइफस्टाइल में अक्सर हम हेल्थ को ही नजरअंदाज करते हैं. सुड़ौल और गठीला शरीर चाहत तो सबकी होती है, लेकिन अक्सर ऐसा माना जाता है कि इसे पाने के लिए आपको काफी ज्यादा मेहनत ही करनी पड़ती है. लेकिन अगर आप चाहें तो सुबह-सुबह बस एक आदत अपनाकर आप खुद को एक हेल्दी और बेहतर जिंदगी दे सकते हैं. ये आदत है दिन की शुरुआत वॉकिंग से करने की. वॉकिंग सुनने में एक आसान सी एक्सरसाइज लगती है, लेकिन असल में इसके शरीर को कई फायदे हैं. आइए आपको बताते हैं कि दिन की शुरुआत वॉकिंग जैसे वर्कआउट से करने पर आपको क्या-क्या फायदे मिलेंगे.
दिन की शुरुआत वर्कआउट से करने से आपका मूड और एनर्जी दोनों शानदार हो जाते हैं. यूं तो फिटनेस की दुनिया में ढेरों एक्सरसाइज ऑप्शन्स हैं, लेकिन वॉकिंग उन सबसे आसान और असरदार तरीकों में से एक है. सबसे अच्छी बात ये है कि वॉकिंग के लिए आपको न तो किसी इक्विपमेंट की जरूरत और न ही इसके लिए आपको मैंबरशिप लेनी पड़ती है. वॉकिंग धीरे-धीरे बॉडी को एक्टिवेट करती है, ब्लड फ्लो बढ़ाती है और एंडॉर्फिन रिलीज करती है, जो आपके मूड को तुरन्त बूस्ट करता है.
जानिए क्यों मॉर्निंग वॉक सबसे बेस्ट वर्कआउट है
1. बॉडी फिट और हेल्दी रखने का आसान तरीका – वॉकिंग एक लो-इंपैक्ट एक्टिविटी है जो फिटनेस के हर लेवल के लिए सही है. ये हार्ट को हेल्दी रखता है, मसल्स को स्ट्रॉन्ग करता है और हड्डियों को मजबूती देता है. ये ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बनाता है बिना ज्यादा स्ट्रेस दिए. सुबह की लंबी वॉक से हार्ट डिजीज, हाई बीपी, और टाइप-2 डायबिटीज का रिस्क भी कम होता है. साल 2023 की एक स्टडी का कहना है कि फास्ट वॉकिंग से डायबिटीज का रिस्क 15% तक घट जाता है.
2. स्ट्रेस को कहें बाय-बाय – एक अन्य स्टडी के हिसाब से एक घंटे की वॉक स्ट्रेस लेवल को कम करती है. सुबह-सुबह की वॉक से माइंड फ्री होता है और एंडॉर्फिन रिलीज होते हैं, जो नेचुरल मूड बूस्टर्स हैं. नेचर में या शांति वाली जगह पर वॉक करना इस एक्सपीरियंस को और रिलैक्सिंग बना देता है, जो आपको दिनभर पॉजिटिव और फोकस्ड रखता है.
3. वजन कम करने में हेल्पफुल – वॉकिंग कैलोरी बर्न करने का एक अच्छा तरीका है. ये आपके मेटाबॉलिज्म को भी तेज करता है. वॉकिंग के बाद भी बॉडी कैलोरी बर्न करती रहती है, जिसे ‘आफ्टरबर्न इफेक्ट’ कहते हैं. धीरे-धीरे ये रूटीन आपके वेट लॉस गोल्स को अचीव करने में हेल्पफुल हो सकती है.
30 दिन का वॉकिंग प्लान आपकी सेहत को सुधार सकता है.
4. रूटीन में फिट करने में आसान – वॉकिंग का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट है कि इसे कहीं भी और कभी भी किया जा सकता है. ना किसी जिम मेंबरशिप की जरूरत, ना किसी महंगे इक्विपमेंट की. इसे बड़ी आसानी से आप अपने डेली रुटीन में शामिल कर सकते हैं.
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5. स्लीप पैटर्न बेहतर करती है – सुबह की वॉक से आपका स्लीप साइकिल और ओवरऑल बॉडी रिदम सुधरता है. मॉर्निंग लाइट मिलने से बॉडी का इंटरनल क्लॉक सेट होता है, जिससे रात में अच्छी नींद आती है. रेगुलर मॉर्निंग वॉक से नींद की क्वालिटी भी बेहतर होती है, जिससे आप अगले दिन ज्यादा एनर्जेटिक और फ्रेश फील करते हैं.
यानी जिस मॉर्निंग वॉक को आप कम आंक रहे थे, असल में लंबे समय में वही आपको सुड़ौल और गठीला शरीर देने का जरिया बन सकती है. शरीर के साथ-साथ सुबह की वॉक आपके मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद करती है.
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FIRST PUBLISHED : November 13, 2024, 06:19 IST