Heart ailment coming down age: जब हार्ट की ओर जाने वाला ब्लड का फ्लो कम होने लगे तो इससे होने वाली विभिन्न तरह की बीमारियों को कोरोनरी आर्टरी डिजीज कहा जाता है. लेकिन आप यह जानकर दंग रह जाएंगे कि यह कोरोनरी आर्टरी डिजीज इतनी जालिम बन गई है कि देश के 3 करोड़ लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है. इतना ही नहीं, कुछ ही सालों में भारत हार्ट डिजीज के मामलों में दुनिया में सबसे आगे हो जाएगा. वर्तमान में भी जिन-जिन वजहों से मौतें होती हैं उनमें 27 प्रतिशत मौतें हार्ट डिजीज के कारण होती है. बहुत बड़ी मुसीबत की आहट इसलिए भी है कि 25-25 साल के युवा हार्ट अटैक के शिकार हो रहे हैं और इन सबसे लोगों की जिंदगी छोटी हो रही है.
35 साल के आसपास में सबसे ज्यादा समस्या
इंडियन एक्सप्रेस की खबर में पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ में डिपार्टमेंट ऑफ कार्डियोलॉजी के पूर्व फैकल्टी डॉ. एच के बाली कहते हैं कि 35 साल के आसपास के युवाओं में हार्ट अटैक के मामले पूरी दुनिया में हमारे देश में सबसे ज्यादा आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगले दशक तक यानी अगले कुछ सालों में हम कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से होने वाली मौतों और इस कारण होने वाली अपंगता में भी सबसे आगे हो जांगे. डॉ. बाली ने बताया कि इस हार्ट की खराबी के कारण लोगों की औसत आयु में कमी आने लगी है. यहां तक कि हमारे पास 25 साल के युवा भी हार्ट की खराबी की समस्याओं को लेकर आ रहे हैं. हालांकि इस हार्ट की खराबी के लिए ज्यादातर हम खुद ही जिम्मेदार होते हैं. हमारा गलत लाइफस्टाइल और गलत खान-पान इसके लिए जिम्मेदार है.
हार्ट डिजीज सबसे बड़ा किलर
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दीप्तिमान कॉल बताते हैं कि हाल ये हो गया है कि हार्ट डिजीज अब संक्रामक बीमारियों को पीछे छोड़ते हुए बिगेस्ट किलर (लोगों की जान लेने वाला) बन गई है. हालिया डाटा में पाया गया है कि शहरों की 30 फीसदी आबादी और गांवों की 15 फीसदी आबादी को हाई ब्लड प्रेशर है या उन्हें हार्ट अटैक आ चुका है. जैसे-जैसे हार्ट की खराबी की समस्या बढ़ती जा रही है मृत्यु दर भी बढ़ती जा रही है.
इन लोगों को ज्यादा खतरा
सामान्य लोगों की तुलना में जिन लोगों को डायबिटीज है, उनमें हार्ट की खराबी की समस्या दो से तीन गुना तक ज्यादा होती है. यह बात इसलिए भी ज्यादा चिंता की है क्योंकि भारत में वर्तमान में 10 करोड़ लोग डायबेटिक हैं. अधिकांश को पता ही नहीं कि उन्हें डायबिटीज है. वहीं 2035 तक भारत में साढ़े 13 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित होंगे. डायबिटीज के बाद हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक की सबसे बड़ी वजह है. वहीं मोटापा, ड्रग्स, अल्कोहल, जिम के लिए स्टेरॉयड का इस्तेमाल भी हार्ट अटैक का कारण हो सकता है.
क्यों हो रहा है ऐसा
सबसे बड़ा कारण है फिजिकल एक्टिविटी को न करना और गलत खान-पान को अपनाना. अगर आप नियमित एक्सरसाइज नहीं करेंगे, वॉक नहीं करेंगे तो इससे शरीर स्थूल होता है और यही पूरे सिस्टम को खराब करने लगता है. वहीं जिस तरह आज के युवा पिज्जा, बर्गर जैसे फास्ट फूड का सेवन कर रहे हैं, वो भी बहुत बड़ा कारण है. प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट, जंक फूड, पैकेज्ड फूड आदि शरीर के अंदर इंफ्लामेश पैदा करते हैं और यह इंफ्लामेश हार्ट को भी अपनी चपेट में ले लेता है. अगर प्रोसेस्ड फूड, फास्ट फूड आदि की जगह पर ताजे फल, हरी पत्तीदार सब्जियों का सेवन किया जाए तो इससे परेशानी नहीं होगी. वहीं इसके साथ नियमितरूप से ब्रिस्क एक्सरसाइज जरूरी है.
हार्ट की बीमारी से बचने के उपाय
किसी भी तरसे से स्मोकिंग और अल्कोहल का सेवन न करें. वजन को हमेशा संतुलित रखें. रेगुलर एक्सरसाइज करें. तेल वाली चीजों का कम से कम सेवन करें. रेशेदार सब्जियों , ताजे फल, साबुत अनाज आदि का सेवन करें. पर्याप्त नींद लें और तनाव से दूर रहें. वहीं 25 साल के बाद नियमित रूप से लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराएं. हर साल प्रिवेंटिव हेल्थ चेक अप कराएं. नियमित रूप से योगा, मेडिटेशन करते रहें.
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FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 10:27 IST