Tulsi Water Amazing Benefits: तुलसी हमारे लिए जितना पावन है उतना ही इसका औषधीय महत्व भी है. सदियों से तुलसी की पत्तियों से कई तरह के उपचार किए जाते हैं. सांसों से संबंधित बीमारियों जैसे कि सर्दी-खांसी, जुकाम आदि में तुलसी अद्भुत काम करती है. आमतौर पर तुलसी की पत्तियों को हमलोग चाय की तरह काढ़ा बनाकर पीते हैं या जब दिक्कत होती है तुलसी की चाय बनाकर पी लेते हैं. लेकिन डायटीशियन कनिका मल्होत्रा का मानना है कि यदि तुलसी की पत्तियों का सेवन खास तरह से नियमित किया जाए तो इससे स्वास्थ्य पर अमृत वर्षा हो सकती है. उन्होंने कहा कि तुलसी को सिर्फ पानी में कुछ देर छोड़ देने और उसका पानी पीने से ही शरीर में कई तरह के अनमोल फायदे हो सकते हैं.
तुलसी पानी बनाने का तरीका
सबसे पहले तुलसी पानी बनाने का तरीका जानते हैं. कनिका मल्होत्रा कहती हैं कि तुलसी को आप इंफ्यूज्ड कर पी सकते हैं. यानी तुलसी की कुछ पत्तियां लें और उसे एक गिलास पानी में डाल दें. या चाहें तो एक खास कंटेनर वाले पानी में डाल दें. इसे सिर्फ 10 से 15 मिनट तक छोड़ दें और फिर इसे पी जाएं. दूसरा तरीका यह है कि तुलसी को बहुत धीमी आंच में कुछ देर पानी में रहने दें. लेकिन इसे ब्यॉल नहीं करें. हमलोग जो चाय की तरह तुलसी को बनाते हैं तो उसमें से तुलसी में मौजूद कई तरह के केमिकल निकल जाते हैं. इसलिए तुलसी को बहुत धीमी आंच पर कुछ देर रहने दें और इसे पी जीएं. ऐसा अगर नियमित करेंगे तो यकीन मानिए शरीर पर जबर्दस्त फायदा होगा.
तुलसी पानी पीने के फायदे
कनिका मल्होत्रा कहती हैं कि तुलसी पानी को इस तरीके से नियमित पीने से शरीर, बुद्धि और मन में गजब की ताजगी आएगी और उम्र में भी इजाफा होगा. इससे आपका चित भी प्रसन्न रहेगा. इसके अलावा तुलसी पानी को पीने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है. इससे आपको तनाव और चिंता नहीं होगी. तुलसी पानी स्ट्रेस रिलीवर है. तुलसी पानी पीने से डाइजेशन भी मजबूत होगा. तुलसी में कारमिनेटिव गुण होता है यानी इससे गैस और ब्लोटिंग की समस्या दूर होती है. कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि तुलसी पानी पीने से आंत की सहनशक्ति बढ़ती है जिससे बाओल मूवमेंट मजबूत होता है. वहीं तुलसी से सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है, यह बात तो सभी जानते ही हैं.
एंटीऑक्सीडेंट्स का पावरहाउस
वहीं तुलसी एंटीऑक्सीडेंट्स का पावरहाउस है. इसमें फ्लेवेनोएड और पोलीफेनोल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर से फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं. फ्री रेडिकल्स जब एंटीऑक्सीडेंट्स से ज्यादा हो जाते हैं तो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस होता है और यह कई क्रोनिक बीमारियों को जन्म देता है. यानी तुलसी पानी पीने से डायबिटीज, हार्ट डिजीज, लिवर डिजीज, किडनी डिजीज जैसी समस्याओं के जोखिम से मुक्ति मिल सकती है.
इन लोगों को तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए
तुलसी में खून को पतला करने वाला गुण होता है. इसलिए जिन लोगों को खून से संबंधित परेशानियां हैं, उन्हें तुलसी काल सेवन नहीं करना चाहिए. वहीं जो लोग खून से संबंधित दवा खा रहे हों, उन्हें भी तुलसी नहीं खाना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : July 8, 2024, 11:00 IST