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Eye Care Tips: एम्स के आई स्पेशलिस्ट डॉ. सूरज ने आंख की बीमारी ग्लूकोमा के लक्षणों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आजकल युवाओं में ये बीमारी अधिक हो रही है. इछस बीमारी से आंखें लाल हो जाती है. साथ ही सि…और पढ़ें
ग्लूकोमा
हाइलाइट्स
- ग्लूकोमा तेजी से बढ़ रही बीमारी है.
- लक्षणों में आंखें लाल और भारी रहना शामिल है.
- सालाना आंखों की स्क्रीनिंग और प्रेशर जांच जरूरी.
दिल्ली: आजकल लोगों को बहुत कम उम्र में ही ग्लूकोमा जैसी बीमारी हो रही है. जिस वजह से आंखों की रोशनी चली जाती है. वहीं, हर एक व्यक्ति के लिए आंखें ठीक रहना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि इसके बिना लोगों का सही से जिंदगी नहीं चल पाता है. इसीलिए आज हम आपको दिल्ली के एम्स के डॉक्टर द्वारा बताएंगे कि क्यों ग्लूकोमा की बीमारी इतनी बढ़ रही है और सही समय में आप इसका इलाज कैसे कराएं. इसके साथ ही अपने आंखों को खोने से भी बचा सकते हैं.
एम्स के स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने बताया
एम्स के आई स्पेशलिस्ट डॉ. सूरज ने लोकल 18 से बताया कि आज के समय में हिंदुस्तान में ग्लूकोमा की बीमारी काफी तेजी से बढ़ रही है, जिसको लेकर लोग अभी तक अवेयर नहीं हुए हैं. वहीं, उन्होंने बताया कि जो लोग ज्यादा स्मोकिंग या ज्यादा लंबे समय तक स्क्रीन पर बैठकर काम करते हैं. उन लोगों को ग्लूकोमा की बीमारी जल्दी होती है, तो चलिए डॉक्टर द्वारा जानते हैं कि ग्लूकोमा की बीमारी कैसे हमारे आंखों की रोशनी छीन लेती है.
जानें क्या होता है ग्लूकोमा की बीमारी
डॉक्टर ने बताया कि हमारे आंखों की नस जो ब्रेन से जोड़ने का काम करती है, जिसे ऑप्टिक नर्व कहते हैं, अगर इस नर्व में किसी प्रकार का दबाव पड़ता है या उसमें सूजन आ जाती है, जिसके कारण ग्लूकोमा की बीमारी होती है. इसमे आंखों की रोशनी धीरे-धीरे चली जाती है. वहीं, डॉक्टर ने बताया कि यह बीमारी पहले बुजुर्गों को हुआ करती थी, लेकिन अब 35 साल के बाद युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है. क्योंकि गलत खानपान की वजह से डायबिटीज की समस्या होती है, जिसका असर हमारे आंख और ब्रेन पर भी पड़ता है. जिस वजह से लोग इतनी जल्दी ग्लूकोमा का शिकार हो रहे हैं और अपनी आंखों की रोशनी खो रहे हैं.
ग्लूकोमा के बीमारी के लक्षण
डॉक्टर ने बताया कि ग्लूकोमा के लक्षण में आपकी आंखें हमेशा लाल रहेंगी और हर समय आपका आंख भारी रहेगा. साथ ही सिर दर्द भी हमेशा होता रहेगा. इसके अलावा आपको धीरे-धीरे कम दिखाई देगा पर आंखों के चारों ओर इंद्रधनुष जैसे नजर आएंगी. इसीलिए अगर ऐसी समस्या आपको काफी लंबे समय से है, तो आपको तुरंत किसी अच्छे आई स्पेशलिस्ट से चेक करवाना चाहिए.
जानें ये हैं उपाय
डॉक्टर ने बताया इसीलिए लोगों को हमेशा 1 साल के अंदर अपने आंखों की स्क्रीनिंग और प्रेशर की जांच करवानी चाहिए. ताकि पता चल सके कि आपकी आंखें कितनी डैमेज हो रही हैं. वहीं, जिन लोगों के फैमिली में पहले से ही माता-पिता को ग्लूकोमा की बीमारी है, तो यह जेनेटिक की वजह से बच्चों में भी आती है. इसीलिए उन लोगों को पहले अपनी आंखों की अच्छे से चेकअप करवानी चाहिए.