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Sunday, September 22, 2024

क्या है मोटापे का इनफर्टिलिटी से कनेक्शन? पतली महिलाएं भी फैट का शिकार! जानें कैसे गूंजेगी घर में क‍िलकार‍ियां

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भारत में 10 करोड़ लोग मोटापे का शिकार हैं. वर्ल्ड ओबेसिटी फेडरेशन के अनुसार इनमें से 40% महिलाएं ज्यादा वजन से जूझ रही हैं. हर महिला फैट से फिट होना चाहती है क्योंकि पतली कमर ना केवल देखने में अच्छी लगती है बल्कि बीमारियों से भी दूर रखती है. अक्सर यह मोटापा महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा सिरदर्द तब बन जाता है, जब वह मां बनना चाहती हैं. मोटापा फर्टिलिटी को घटाता है. लेकिन वजन घटते ही महिला का मां बनना मुमकिन हो सकता है. 

मोटापा बिगाड़ता है हार्मोन्स का संतुलन
दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ.अनिल अरोड़ा कहते हैं कि मोटापा महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित करता है. दरअसल मोटापे से उनके शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे उन्हें मेंस्ट्रुअल डिसऑर्डर हो सकते हैं जैसे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम . इससे उनकी फर्टिलिटी घट जाती है या खत्म हो जाती है. बॉडी फैट बढ़ने से एस्ट्रोजन नाम के हार्मोन का लेवल बढ़ता है जिससे ओवरी ठीक तरह से काम नहीं कर पाती. वहीं अगर महिला मोटापे का शिकार हो और प्रेग्नेंट हो जाए तो उन्हें हाई ब्लडप्रेशर, जेस्टेशनल डायबिटीज, मिसकैरेज या सी-सेक्शन से जूझना पड़ सकता है. 

वेट लॉस दवाएं करती जादू?
वेटलॉस दवाएं शरीर का वजन कम करके ब्लड शुगर को सुधारती हैं, इंसुलिन रजिस्टेंस को कम करती हैं और हार्मोन्स को संतुलित करती हैं जिससे फर्टिलिटी में सुधार होता है. दरअसल यह दवाएं हंगर सेंटर पर असर करती हैं. पेट में इंक्रेटिन हार्मोन होता है. यही हार्मोन इस दवा में होता है. पेट के भरने के बाद यह हार्मोन दिमाग को सिग्नल भेजता है जिससे खाने की इच्छा खत्म होती है. बिना डॉक्टर की सलाह लिए कभी भी वेट लॉस दवा नहीं खानी चाहिए. दरअसल हर इंसान में मोटापे की वजह अलग-अलग हो सकती है. मोटापा अनिद्रा, ओवर इटिंग, डिप्रेशन, खराब लाइफस्टाइल या हेरिडिटरी यानी पेरेंट्स से मिलने वाले जींस की वजह से हो सकता है. कारण के हिसाब से दवा दी जाती है.

वेट लॉस की दवाओं से कब्ज, ब्लोटिंग, उल्टी या लूज मोशन की समस्या हो सकती है. (Image-Canva)

ज्यादा बीएमआई तो दवा नहीं करतीं असर
डॉ.अनिल अरोड़ा कहते हैं कि मोटापा बीएमआई से नापा जाता है. अगर किसी का बीएमआई 40 से ज्यादा है तब उस पर वेट लॉस दवाएं असर नहीं करतीं. इन दवाओं का असर तभी तक होता है जब तक यह ली जाएं. दवाओं से बेहतर है कि व्यक्ति हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज पर फोकस करे. 

पतली लड़कियां भी होती हैं फैटी
आजकल जंक फूड और खराब लाइफस्टाइल से पतली लड़कियों के इंटरनल बॉडी पार्ट जैसे लीवर, मसल्स, किडनी, ओवरी और दिल पर भी फैट की परत जमा हो जाती है, इसे विसरल फैट कहते हैं. इससे शरीर भले ही पतला दिखे लेकिन अंदर फैट जमा होता है. वहीं नॉन विसरल फैट में चेहरा, थाइज, पेट और बटक्स पर अलग से चर्बी दिखती है. मोटापा बॉडी मास इंडेक्स यानी बीएमआई से नापा जाता है. हर व्यक्ति अपनी हाइट के हिसाब से सही वजन पता कर सकता है. जैसे अगर किसी महिला की लंबाई 155cm है तो उन्हें इसमें 105 घटाना चाहिए. ऐसा करके उनका असली वजन 50kg निकलेगा. अगर किसी महिला का वजन हाइट के मुकाबले ज्यादा है तो उन्हें अपने वेट पर गौर करने की जरूरत है.     

एक गुब्बारा जो वजन को करता कम
आजकल वजन घटाने के लिए एल्यूरियन बैलून नाम को एक गैस्ट्रिक गुब्बारा आता है. इसे खाने के बाद वह पेट में फिट हो जाता है और व्यक्ति को ओवरईटिंग से बचाता है. लेकिन 6 महीने के बाद यह गुब्बारा अपने आप पेट में घुलकर मोशन के जरिए शरीर से निकल जाता है. लड़कियों के बीच में इस गुब्बारे की खूब डिमांड है. 

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 के अनुसार 15 से 49 साल की उम्र की 21% महिलाएं मोटापे का शिकार हैं. (Image-Canva)

 बैरिएट्रिक सर्जरी भी विकल्प लेकिन प्रेग्नेंसी से पहले सही नहीं
जिन महिलाओं का बीएमआई 32 से ज्यादा होता है, साथ में थायराइड, अनिद्रा और डायबिटीज भी हो तो उन्हें बैरिएट्रिक सर्जरी की सलाह दी जाती है. लेकिन प्रेग्नेंसी प्लानिंग से पहले यह सर्जरी कराना ठीक नहीं है. अगर कोई महिला केवल मोटापे की वजह से मां नहीं बन पा रही है और एक्सरसाइज-डाइट का भी असर नहीं हो रहा तब उन्हें सर्जरी के 1 साल बाद ही कंसीव करने को कहा जाता है.  

ओवरवेट पुरुषों में भी इनफर्टिलिटी
मोटापा केवल महिलाओं के शरीर पर ही असर नहीं करता बल्कि पुरुषों को भी पापा बनने की खुशी से दूर करता है. मोटापे के कारण पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन हार्मोन्स प्रभावित होते हैं जिससे उनके स्पर्म काउंट और उसकी क्वालिटी घटती है. लेकिन अगर पुरुष 3 महीनों में अपना वजन कंट्रोल कर लें तो उनकी फर्टिलिटी बढ़ सकती है. दरअसल मेडिकल न्यूज टुडे के अनुसार पुरुषों के नए स्पर्म 74 दिन में बनते हैं. ऐसे में अगर पुरुषों का वजन सही रहता है तो उनकी बॉडी में हेल्दी स्पर्म बनते हैं. 

Tags: Health, Pregnant Women, Weight loss



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