1.1 C
Munich
Friday, January 24, 2025

कॉफी बनाते वक्त करें यह छोटा सा काम, इस लाइलाज बीमारी का खतरा 30% होगा कम ! नई स्टडी में खुलासा

Must read


Last Updated:

Unsweetened Coffee Benefits: कॉफी पीना ब्रेन हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है. एक हालिया स्टडी में पता चला है कि बिना शुगर वाली कॉफी पीने से अल्जाइमर डिजीज का खतरा करीब 30 फीसदी तक कम हो सकता है. इस स्टडी में हैरान करने वाली…और पढ़ें

बिना चीनी वाली कॉफी सेहत के लिए फायदेमंद होती है.

Coffee Reduce Alzheimer’s Disease Risk: कॉफी का स्वाद बेहतर बनाने के लिए अधिकतर लोग इसमें शुगर या अन्य मीठी चीजें एड कर देते हैं. शुगर डालने से कॉफी मीठी हो जाती है और इसे पीने में अच्छा लगता है. हालांकि लोगों की यह आदत सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है. जी हां, शुगर वाली कॉफी पीने से सेहत को नुकसान हो सकता है, जबकि बिना शुगर की कॉफी पीने से सेहत को जबरदस्त फायदे मिल सकते हैं. एक नई रिसर्च में पता चला है कि बिना चीनी वाली कॉफी पीने से ब्रेन हेल्थ में सुधार हो सकता है और अल्जाइमर का खतरा करीब एक तिहाई कम हो सकता है.

HT की रिपोर्ट के मुताबिक एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि बिना चीनी वाली कॉफी पीना ब्रेन के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. बिना शुगर वाली कॉफी ब्रेन की बेहद खतरनाक बीमारी अल्जाइमर का खतरा 30% तक कम कर सकती है. यह स्टडी उन लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आई है, जो रोज कॉफी पीते हैं और अपने ब्रेन को लंबी उम्र तक हेल्दी रखना चाहते हैं. इस स्टडी में पाया गया कि कॉफी में शुगर मिलाने से न केवल उसका स्वाद बदलता है, बल्कि इससे ब्रेन हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ सकता है. लंबे समय तक शुगर वाली कॉफी पीने से कई परेशानियों का जोखिम बढ़ सकता है.

रिसर्च करने वाले एक्सपर्ट्स की मानें तो शुगर में मौजूद हाई कैलोरी और हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्रेन सेल्स को प्रभावित करता है और इससे अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि कॉफी में चीनी डालने से उसके एंटीऑक्सीडेंट गुणों की प्रभावशीलता भी कम हो सकती है. बिना चीनी की कॉफी पीने से ब्रेन फ्रेश हो सकता है और लोगों की याददाश्त में सुधार हो सकता है, क्योंकि इसमें प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स और कैफीन होता है. ये दोनों तत्व न्यूरल नेटवर्क्स को बेहतर बनाते हैं. बिना चीनी की कॉफी पीने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है.

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप नियमित रूप से कॉफी पीते हैं, तो कोशिश करें कि उसमें शुगर का इस्तेमाल न करें. इससे केवल अल्जाइमर का जोखिम ही नहीं घटेगा, बल्कि कई अन्य मेंटल डिसऑर्डर का खतरा भी कम हो जाएगा. इसके अलावा यह भी महत्वपूर्ण है कि कॉफी का सेवन लिमिट में किया जाए, क्योंकि इसमें कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है. ज्यादा मात्रा में कॉफी पीने से ब्रेन हेल्थ पर बुरा असर भी पड़ सकता है. ऐसे में कॉफी का सेवन सावधानी के साथ करें, तो बेहतर होगा. प्रेग्नेंट महिलाओं या किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को कॉफी पीने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए.

homelifestyle

कॉफी बनाते वक्त करें यह छोटा सा काम, इस लाइलाज बीमारी का खतरा 30% होगा कम !



Source link

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article