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Thursday, January 9, 2025

रात को बेड पर जाने से पहले दूध में मिलाकर पिएं यह देसी तेल ! सुबह तक खत्म होगा कब्ज का 'खेल'

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Benefits of Castor Oil: कब्ज की समस्या दुनियाभर में करोड़ों लोगों को परेशान कर रही है. पेट साफ न होने की शिकायत को अक्सर कब्ज माना जाता है. कब्ज होने की वजह से लोगों के पेट और आंत में मल जमा रहता है, जिससे कई तरह की गंभीर परेशानियों का खतरा बढ़ जाता है. कब्ज की समस्या लंबे समय तक रहे तो इससे बवासीर, फिशर समेत कई बीमारियां हो सकती हैं. ऐसे में लोगों को पेट साफ न होने पर कुछ देसी नुस्खे भी अपनाने चाहिए. इससे न सिर्फ आपका पेट और आंतों की सफाई हो जाएगी, बल्कि ओवरऑल हेल्थ भी दुरुस्त हो जाएगी. आज आपको कब्ज की नेचुरल दवा के बारे में बता रहे हैं.

मेडिकल न्यूज टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक अरंडी का तेल (Castor Oil) कब्ज का सबसे सस्ता और असरदार ट्रीटमेंट हो सकता है. कैस्टर ऑयल स्टिम्युलेंट लैक्जेटिव होता है. अरंडी का तेल आंतों की सेहत को सुधारता है, जिससे मल को आंत से बाहर निकालने में मदद मिलती है. इस तेल का सेवन करने से आंत में जमी गंदगी साफ हो सकती है और पेट की सेहत दुरुस्त हो सकती है. कैस्टर ऑयल में कई नेचुरल तत्व होते हैं, जो कब्ज से राहत दिलाने में बेहद असरदार होते हैं. रात को एक गिलास दूध में 3-4 चम्मच अरंडी का तेल मिलाकर पी लिया जाए, तो सुबह पेट पूरी तरह साफ हो सकता है.

आयुर्वेद एक्सपर्ट्स की मानें तो अरंडी का तेल कब्ज दूर करने के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है. अरंडी का तेल कब्ज की महंगी दवाओं से भी ज्यादा पावरफुल होता है. इस तेल का इस्तेमाल दूध के साथ करना सबसे ज्यादा असरदार होता है और रात को सोते समय इसका उपयोग करना चाहिए. गट क्लीनिंग के लिए भी अरंडी का तेल बेहद कारगर माना जाता है. हालांकि अरंडी के तेल का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि ओवरडोज लेने से लोगों को कई साइड इफेक्ट भी देखने को मिल सकते हैं. इसलिए इसका यूज करने से पहले किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.

कई स्टडीज में पता चला है कि यह तेल एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. अरंडी के तेल में राइसिनोलेइक एसिड होता है, जो सूजन और दर्द को कम करने में सहायक हो सकता है. अरंडी का तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो घाव भरने में मदद कर सकते हैं. यह तेल घावों को नम बनाए रखते हुए संक्रमण को रोकने में मदद करता है, जबकि राइसिनोलेइक एसिड सूजन को कम करता है. हालांकि मामूली कट और जलन पर इसे घर पर उपयोग करना सुरक्षित नहीं है. इसे केवल डॉक्टर की सलाह के बाद ही इस्तेमाल करना चाहिए.

Tags: Health, Trending news



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