कम कार्ब्स और कम शुगर वाली डाइट के जरिए तेजी से फैट लॉस हो सकता है.एक्सपर्ट्स की मानें तो कार्तिक आर्यन वाली डाइट सभी के लिए अच्छी नहीं है.
Kartik Aaryan’s Fat Loss Plan: बॉलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन अपनी अपकमिंग फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ को लेकर सुर्खियों में हैं. एक्टर ने इस फिल्म के लिए कई महीनों तक लगातार कड़ी मेहनत कर अपनी बॉडी को पूरी तरह बदल दिया है. उनकी जबरदस्त फिटनेस को देखकर फैंस भी पूरी तरह हैरान हैं. कार्तिक के इस बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन की खूब चर्चा रही है. खास बात यह है कि कार्तिक आर्यन ने सिर्फ 14 महीनों में अपने बॉडी फैट को 39% से घटाकर 7% करने में कामयाबी हासिल की है. उनकी यह ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी आसान नहीं थी, लेकिन स्ट्रिक्ट डाइट और एक्सट्रीम एक्सरसाइज के जरिए यह सब हो पाया. कई लोग यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर एक्टर ने किस तरह शरीर को सुपर फिट बनाया है और इसके लिए उन्होंने किस तरह की डाइट ली. इस बारे में जान लेते हैं.
सेलिब्रिटी कोच एंड फंक्शनल मेडिसिन एक्सपर्ट विजय ठक्कर ने इंडियन एक्सप्रेस में एक आर्टिकल के जरिए बताया कि हमारा शरीर एनर्जी के लिए कार्बोहाइड्रेट और फैट पर निर्भर रहता है. कार्बोहाइड्रेट मसल्स और लिवर में ग्लाइकोजन के रूप में स्टोर होते हैं और ब्लडस्ट्रीम में ग्लूकोज के रूप में सर्कुलेट होता है. जब कार्बोहाइड्रेट का सेवन अधिक होता है, तो शरीर एनर्जी के लिए ग्लूकोज का उपयोग करता है. जब कार्बोहाइड्रेट कम लिया जाता है, तब शरीर एनर्जी सोर्स के लिए स्टोर किए गए फैट का उपयोग करता है.फास्टिंग या कार्बोहाइड्रेट न लेने के दौरान शरीर फैट को एनर्जी के सोर्स के रूप में इस्तेमाल करना है. इस प्रोसेस को केटोसिस के नाम से जाना जाता है. ऐसा लगता है कि कार्तिक आर्यन ने बिल्कुल यही किया है.
क्या है फैट कम करने का साइंस?
एक्सपर्ट के अनुसार जब आप कार्ब्स का सेवन कम से कम करते हैं, तो समय के साथ शरीर एनर्जी के लिए कार्बोहाइड्रेट का उपयोग करने के बजाय फैट का उपयोग करने लगता है. इससे फैटी एसिड कीटोन बॉडी में बदल जाते हैं, जिनका उपयोग ब्रेन, मसल्स और अन्य अंगों द्वारा एनर्जी के लिए किया जाता है. इस प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए अनाज, फल, सब्जियों और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों से स्टार्च और शुगर जैसे कार्बोहाइड्रेट सोर्सेज को खत्म करने की जरूरत होती है. जबकि कम कार्ब वाले खाद्य पदार्थ जैसे लीन मीट, मछली, अंडे, नट्स, बीज और गैर-स्टार्च वाली सब्जियां जैसे ब्रोकोली, पालक और केल का सेवन करने की जरूरत होती है. कम कार्ब्स वाले फूड्स का सेवन करने से शरीर के फैट को तेजी से कम करने में मदद मिल सकती है.
कैसे कम होती है पेट की चर्बी?
कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करने से इंसुलिन का स्तर कम हो जाता है और ग्लूकागन का स्तर बढ़ जाता है. यह एक हार्मोन होता है, जो शरीर में स्टोर फैट को तेजी से रिलीज करता है. यह हार्मोनल एनवायरनमेंट फैट लॉस को बढ़ावा देता है. इस प्रोसेस से पेट और कमर के आसपास जमी चर्बी कम होने लगती है. इस खास डाइट से हार्मोन-सेंसिटिव लाइपेज जैसे एंजाइम अधिक सक्रिय हो जाते हैं, जिससे फैटी एसिड लिवर में कीटोन बॉडी में परिवर्तित हो जाते हैं. इस तरह कीटोसिस से पेट की चर्बी कम होने लगती है.
क्या कम कार्ब्स डाइट सभी के लिए फायदेमंद?
एक्सपर्ट की मानें तो कम कार्बोहाइड्रेट, कम शुगर वाली डाइट के शॉर्ट टर्म में फायदे होते हैं, जबकि इसके कई साइड इफेक्ट भी होते हैं. कम कार्ब डाइट के लिए प्रतिदिन 50 ग्राम से अधिक शुगर और स्टार्च की आवश्यकता नहीं होती है. ऐसे में यह खास डाइट तनाव और चिंता का कारण बन सकती है. इसे कुछ लोगों को सांस लेने में बदबू, कब्ज या पोषक तत्वों की कमी जैसे साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं. कई रिसर्च से पता चलता है कि फ्लेक्सिबल डाइट प्लान में रोजाना 130 ग्राम कार्बोहाइड्रेट ले सकते हैं. इस तरह की फ्लेक्सिबल डाइट आप लंबे समय तक ले सकते हैं और धीरे-धीरे वजन कम कर सकेते हैं. ऐसे में जिस तरह की डाइट एक्टर कार्तिक आर्यन ने ली है, वह शॉर्ट टर्म के लिए अच्छी हो सकती है, लेकिनल सभी के लिए ठीक नहीं होती है. संतुलित और फ्लेक्सिबल डाइट स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है.
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FIRST PUBLISHED : May 22, 2024, 10:52 IST