रिपोर्ट- विशाल भटनागर
मेरठ: थायराइड की समस्या आजकल तेजी से बढ़ रही है. खासकर यह समस्या महिलाओं में काफी ज्यादा देखी जा रही है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में थायराइड हार्मोन का उत्पादन असंतुलित हो जाता है. थायराइड से जुड़ी समस्याएं जैसे हाइपोथायराइडिज्म (थायराइड की कमी) और हाइपरथायराइडिज्म (थायराइड की अधिकता) शरीर के मेटाबोलिज्म, वजन और ऊर्जा के स्तर पर असर डालती हैं. अगर थायराइड की समस्या कम नहीं हो रही है तो कुछ देशी नुस्खे आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट वैद्य बृजभूषण शर्मा कहते हैं इन नुस्खों का पालन करने से मात्र 15 दिनों में चमत्कारिक परिणाम देखे जा सकते हैं.
यह देशी नुस्खे जो थायराइड को करेंगे नियंत्रित
वैद्य बृजभूषण शर्मा ने बताया कि अश्वगंधा एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो थायराइड हार्मोन के उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद करती है. यह शरीर में थायराइड की कमी और अधिकता दोनों को संतुलित करता है. रोजाना 500 मिलीग्राम अश्वगंधा का सेवन करने से थायराइड की समस्या में सुधार देखा जा सकता है.
त्रिफला का उपयोग
त्रिफला पाचन तंत्र को मजबूत करने और शरीर से विषैले तत्वों को निकालने में मदद करता है. इसे रात को सोने से पहले एक चम्मच गुनगुने पानी के साथ लेने से थायराइड को नियंत्रित किया जा सकता है.
धनिया का पानी:
एक्सपर्ट्स का कहना है कि थायराइड की समस्या के लिए धनिया का पानी एक बेहतरीन देशी नुस्खा है. इसके लिए एक चम्मच धनिया के बीजों को रातभर पानी में भिगो दें. सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पी लें. लगातार 15 दिनों तक ऐसा करने से थायराइड के लक्षणों में कमी आ सकती है.
नारियल तेल
नारियल तेल में मीडियम-चेन फैटी एसिड्स होते हैं, जो मेटाबोलिज्म को तेज करने और थायराइड के कामकाज में सुधार लाने में सहायक होते हैं. खाने में नारियल तेल का इस्तेमाल थायराइड की समस्या को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.
अदरक की चाय
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो थायराइड ग्रंथि की सूजन को कम करने में मदद करते हैं. अदरक की चाय पीने से थायराइड की समस्याओं में सुधार देखा जा सकता है.
क्यों काम करते हैं ये नुस्खे?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ये देशी नुस्खे थायराइड की ग्रंथि को प्राकृतिक रूप से संतुलित करने में मदद करते हैं. इनमें मौजूद जड़ी-बूटियां और तत्व शरीर में हार्मोनल संतुलन को बनाए रखते हैं और थायराइड के असामान्य स्तर को नियंत्रित करते हैं. इन नुस्खों का नियमित उपयोग थायराइड की समस्याओं में राहत प्रदान कर सकता है.
क्या है एक्सपर्ट की सलाह
नियमित व्यायाम: योग और प्राणायाम थायराइड को नियंत्रित करने में बेहद सहायक होते हैं. विशेष रूप से सर्वांगासन और मत्स्यासन जैसे आसन थायराइड ग्रंथि पर सीधा प्रभाव डालते हैं.यही नहीं थायराइड के मरीजों को आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जैसे कि समुद्री खाद्य पदार्थ, अंडे, और दूध. इसके अलावा, हरी पत्तेदार सब्जियों और ताजे फलों को अपने आहार में शामिल करें. सबसे महत्वपूर्ण तनाव थायराइड की समस्या को बढ़ा सकता है. इसीलिए मेडिटेशन और तनाव-प्रबंधन तकनीकों का उपयोग कर तनाव को कम करने का प्रयास करें.
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FIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 14:16 IST