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Saturday, November 9, 2024

इस आटे को अमृत से कम न समझें ! व्रत में खाते हैं अधिकतर लोग, डायबिटीज कंट्रोल करने में रामबाण

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Buckwheat Flour Benefits: इस वक्त नवरात्रि का पर्व चल रहा है और बड़ी संख्या में लोग 9 दिनों तक व्रत रखकर मां दुर्गा की आराधना कर रहे हैं. जब लोग 9 दिनों तक व्रत रखते हैं, तो कई व्रत वाले फूड्स का सेवन करते हैं, जिनमें एक कुट्टू का आटा भी है. इसे आटे को वकव्हीट और फॉक्सटेल मिलेट भी कहा जाता है. व्रत के दौरान यह आटा अधिकतर लोग खाते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह आटा डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान से कम नहीं है. गेहूं की जगह अगर कुट्टू का आटा इस्तेमाल किया जाए, तो सेहत को कई गजब के फायदे मिल सकते हैं.

नई दिल्ली के MASSH सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की डाइटिशियन डॉ. साफिया लिविंगस्टन ने News18 को बताया कि कुट्टू के आटे में अच्छी मात्रा में प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट होते हैं. इससे शरीर को भरपूर एनर्जी मिलती है और लोगों को कई घंटों तक भूख नहीं लगती है. कुट्टू का आटा आयरन, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे मिनरल्स से भरपूर होता है. इससे हड्डियों की सेहत और ब्लड फ्लो बेहतर हो जाता है. कुट्टू का आटा शाकाहारी लोगों के लिए एक बेहतरीन प्रोटीन सोर्स है. व्रत के अलावा भी इस आटे का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है.

डाइटिशियन ने बताया कि कुट्टू का आटा खाने से ब्लोटिंग से राहत मिल सकती है. व्रत के दौरान अधिकतर लोगों को ब्लोटिंग की समस्या होती है और यह आटा फास्टिंग के दौरान ब्लोटिंग से बचाता है. प्रोटीन से भरपूर होने के कारण कुट्टू का आटा लंबे समय तक शरीर को एनर्जी से भरपूर रखता है. यह आटा कुट्टू के बीजों से बनता है और नेचुरली ग्लूटेन फ्री होता है. फाइबर से भरपूर और ग्लूटेन फ्री होने की वजह से यह आटा ब्लड शुगर को स्टेबल रखने में मदद करता है. हाई कोलेस्ट्रॉल से राहत दिलाने में भी कुट्टू का आटा असरदार माना जा सकता है.

अब सवाल है कि क्या बिना व्रत के भी कुट्टू का आटा खाना चाहिए? इस सवाल पर डॉ. साफिया लिविंगस्टन ने कहा कि अगर आप व्रत नहीं रख रहे हैं, फिर भी इस आटे का इस्तेमाल करना चाहिए. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इसमें सॉल्यूबल फाइबर होता है, जो डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल से राहत दिलाने के अलावा हार्ट हेल्थ को भी सुधार सकता है. कुट्टू के आटे में पोटेशियम की मात्रा कम होती है, जिसकी वजह से किडनी डिजीज से जूझ रहे मरीज भी इस आटे को खा सकते हैं. कुट्टू का आटा बाउल मूवमेंट को सुधारता है और कब्ज से राहत दिला सकता है.

कुट्टू का आटा एक हेल्दी डाइट का हिस्सा हो सकता है. इसे कई तरह के इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे हलवा, पराठा, पकौड़े और ढोकला बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके सेवन से न केवल पेट भरता है, बल्कि यह ताजगी और फुलनेस महसूस कराता है. कुट्टू के आटे का नियमित सेवन करने से कई बीमारियों से राहत मिल सकती है और पोषक तत्वों की कमी दूर हो सकती है. वैसे तो कुट्टू का आटा अधिकतर लोगों के लिए सुरक्षित माना जा सकता है, लेकिन जिन लोगों को इससे एलर्जी है, वे इसका सेवन न करें. जो लोग वकव्हीट बनाने की प्रक्रिया में शामिल होते हैं, अक्सर उन्हें इससे एलर्जी हो जाती है.

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Tags: Health, Lifestyle, Trending news



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