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Thursday, November 14, 2024

कुदरत का वरदान है ये औषधीय पौधा, पत्तियों से ज्यादा पावरफुल हैं इसके फल, नियमित यूज से सेहत को होंगे 5 बड़े लाभ

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Health Benefit Of Nimboli: हमारे आसपास तमाम ऐसे पेड़-पौधे हैं, जो सेहत के लिए औषधि का काम करते हैं. नीम का पौधा इनमें से एक है. इस पौधे की पत्तियां, फल और फूल सभी सेहत के लिए फायदेमंद हैं. इसमें नीम का फल अधिक कारगर माना जाता है. जी हां, इस फल को निंबोली कहा जाता है. निंबोली या नीम के बीज में प्रोटीन, विटामिन सी, कैरोटीन और एंटी-बैक्टीरियल, एंटी सेप्टिक जैसे तत्व मौजूद होते हैं. शुरुआत में यह हरा और कड़वा होता है, लेकिन जैसे-जैसे इसका रंग पीला होने पर ये मीठा होने लगता है. इसका इस्तेमाल प्राचीन काल से ही औषधि के रूप में होता आ रहा है. यही वजह है कि, आयुर्वेद में इस पौधे को बेहद उपयोगी माना गया है. इसका इस्तेमाल से बालों से लेकर किडनी तक की परेशानी को दूर किया जा सकता है. इसके फायदों के बारे में News18 को बता रहे हैं राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय लखनऊ के डॉ. सर्वेश कुमार-

निंबोली के 5 चमत्कारी फायदे

किडनी में असरदार: डॉ. सर्वेश कुमार के मुताबिक, नीम के बीजों और पत्तियों से बनी चाय किडनी की बीमारियों को ठीक करने में असरदार हैं. इसे बनाने के लिए 2-3 निंबोली और 4-5 पत्तियों को पानी में उबालेंगे. इसके बाद छन्नी से छानकर ठंडा होने पर इसका सेवन करें. ऐसा करने से किडनी और प्रोस्टेड की समस्या से निजात मिल सकती है.

बालों के फायदेमंद: हेयरफॉल और डैंड्रफ की समस्या में निंबोली का इस्तेमाल फायदेमंद होता है. बता दें कि, इन बीजों में एंटी पैरासिटिक, एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल जैसे गुण मौजूद होते हैं, जो बालों को इंफेक्‍शन से दूर रखता है. इन फलों को यूज करने के लिए आप नीम के फलों को पीसकर बालों में लगा सकते हैं.

मलेरिया में कारगर: नीम के बीज मलेरिया में भी कारगर माने जाते हैं. इसके लिए, नीम के बीजों को पीसकर इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके साथ ही, निंबोली से निकाले गए तेल को लगाने से मच्छरों के काटने से बचाव में होता है. यही वजह है कि नीम के फल मलेरिया के खतरा कम कर सकते हैं.

त्वचा रोगों से बचाए: निंबोली का तेल स्किन प्रॉब्लम को दूर करने के लिए असरदार है. इस तेल को प्रभावित जगह लगाने से स्किन चमकदार हो जाएगी. दरअसल, नीम के बीज में एंटीफंगल के साथ-साथ एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, जो एक्जिमा, सोरायसिस और मुंहासों जैसी परेशानी से बचा सकते हैं.

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दांतों को मजबूत बनाए: नीम में मौजूद प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-सेप्टिक तत्‍व दांतों को साफ रखने में मदद करते हैं. ऐसे में, यदि आपके मसूड़ों में सूजन या दांतों में सड़न है तो निंबोली के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही, दांत दर्द से निजात और मजबूती मिल सकती है.

Tags: Health benefit, Health tips, Lifestyle



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