11.3 C
Munich
Wednesday, October 2, 2024

आपके हार्मोंस की बर्बादी के ज‍िम्‍मेदार हैं ये 5 विलेन, शरीर में मचा देंगे तबाही, तुरंत नोट करें इनके नाम

Must read


5 common culprits for Hormonal Imbalance: हमारे शरीर में हार्मोन्‍स बेहद जरूरी केम‍िकल्‍स होते हैं, जो बॉडी की कई चीजों को कंट्रोल करते हैं. एक अच्‍छी हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल आपके शरीर के इन हार्मोंस को बैलेंस करती है, लेकिन जैसे ही ये बैलेंस ब‍िगड़ा, समझ‍िए एक्‍सीडेंट पक्‍का है. हार्मोनल इंबैलेंस एक ऐसी परेशानी है, ज‍िससे कई लोग जूझते हैं. हार्मोनल इंबैलेंस तब होता है जब शरीर में हार्मोन का लेवल सामान्य से ज्‍यादा या कम हो जाता है. हार्मोन हमारे शरीर की कई चीजों को कंट्रोल करते हैं. सोच‍िए अगर क‍िसी गाड़ी का ब्रेक फेल हो जाए तो, या फिर वो गाड़ी हाइवे पर भी 20 किमी से ज्‍यादा न चले तो क्‍या होगा…? हार्मोनल इंबैलेंस से कुछ ऐसा ही होता है. शरीर में हार्मोंस की ये गड़बड़ आपके मेटाबोलिज्म, ग्रोथ, मूड, और यहां तक की प्रजनन को भी प्रभाव‍ित करती है. अक्‍सर लोगों की श‍िकायत होती है कि अच्‍छी लाइफस्‍टाइल, अच्‍छी डाइट और एक्‍सरसाइज करने के बाद भी उन्‍हें हार्मोनल इंबैलेंस की परेशानी कैसे हो सकती है. जानिए डाइटीश‍ियन और न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नमामी अग्रवाल से शरीर में हार्मोंस के गड़बड़ाने के 5 कारण कौनसे हैं.

हार्मोन ऐसे केम‍िकल्‍स होते हैं जो आपके ब्‍लड के जरिए शरीर के अंगों, त्वचा, मांसपेशियों और अन्य ऊतकों तक संदेश पहुंचाकर आपके शरीर में काफी सारे काम करते हैं. ये संकेत आपके शरीर को बताते हैं कि क्या करना है और कब करना है. हार्मोन जीवन और आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी हैं. वैज्ञानिकों ने अब तक मानव शरीर में 50 से अधिक हार्मोन की पहचान की है.

हार्मोनल इंबैलेंस तब होता है जब शरीर में हार्मोन का लेवल सामान्य से ज्‍यादा या कम हो जाता है.

हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ने वाले 5 आम कारण

1. कार्ब्स में कमी और प्रोटीन की कमी
बैलेंस डाइट लेना जरूरी है, लेकिन अगर आप कार्ब्स या प्रोटीन को बहुत ही ल‍िमि‍ट कर देते हैं, तो यह आपके हार्मोन्स पर नेगेट‍िव इफेक्‍ट डालता है. कार्ब्स आपके शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत हैं, जो हार्मोन बनने के लि‍ए बहुत जरूरी है. वहीं, प्रोटीन कई हार्मोन्स के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

2. गट हेल्‍थ और एंटीऑक्सीडेंट की कमी
आपकी आंतों का स्वास्थ्य यानी आपकी गट हेल्‍थ हार्मोनल बैलेंस से सीधे जुड़ी हुई है. खराब आंतों के स्वास्थ्य का मतलब है कि अच्छे बैक्टीरिया की कमी हो सकती है, जो हार्मोन के मेटाबॉलिज्म में मदद करते हैं. इसके अलावा, एंटीऑक्सीडेंट हानिकारक अणुओं से लड़ते हैं जो हार्मोन के कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं.

3. नींद की कमी और स्‍ट्रैस का लेवल
नींद की कमी और लगातार तनाव हार्मोन को असंतुलित कर सकते हैं. आज के समय में अगर आप अच्‍छी लाइफस्‍टाइल जी रहे हैं, फिर भी ये स्‍ट्रैस एक ऐसी स्‍थ‍िति है, जो हार्मोन के स्राव को बढ़ा देता है और आपके हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ सकता है. इसलिए, अच्‍छी नींद और स्‍ट्रैस मैनेंजमेंट पर ध्यान देना जरूरी है.

4. केम‍िकल्‍स का प्रभाव
आपके रोजमर्रा के कई प्रोडक्‍ट्स जैसे परफ्यूम, स्किनकेयर और प्लास्टिक कंटेनर में ऐसे केम‍िकल तत्व हो सकते हैं जो आपके शरीर के हार्मोन्स की नकल करते हैं या उन्हें ब्लॉक करते हैं. ये केम‍िकल्‍स भी हार्मोनल इंबैलेंस का कारण बन सकते हैं.

5. ड‍िहाइड्रेशन
पानी आपके शरीर के लि‍ए क‍ितना जरूरी है, ये बात तो क‍िसी से नहीं छ‍िपी. 70 प्रतिशत पानी से बने आपके शरीर को सही ढंग से काम करने के लिए पानी की बहुत जरूरत होती है. इसमें हार्मोन उत्पादन और संतुलन भी शामिल है. ड‍िहइड्रेशन इस नाजुक प्रक्रिया को बाधित कर सकता है, इसलिए सही मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है.

Tags: Eat healthy, Female Health, Health benefit, Lifestyle



Source link

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article