हाथरस. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्री असीम अरुण को आदेश दिया था कि तत्काल प्रभाव से वह हाथरस आकर राहत कार्य को और तेज कराएं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार फोन पर मंत्री असीम अरुण से बातचीत की है और हाथरस में घायलों को दिए जा रहे इलाज के बारे में अपडेट लिया है. मंत्री असीम अरुण हाथरस के जिला अस्पताल पहुंचे और यहां पर घायलों से मुलाकात की है. अब तक हाथरस सत्संग हादसे में 116 लोगों की मौत हो चुकी है और तकरीबन 18 श्रद्धालु घायल हैं. मंत्री असीम अरुण ने कहा कि एक चीज मैं कह सकता हूं कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
मंत्री असीम अरुण ने मीडिया से कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. इस मामले की पूरी कड़ाई से जांच की जाएगी. इसके लिए एडीजी आगरा जोन के नेतृत्व में टीम का गठन कर दिया गया है. जिसे 24 घंटे के अंदर जांच करके रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देनी है. मंत्री असीम अरुण ने कहा कि इस वक्त सबसे पहली प्राथमिकता यह है कि घायलों का उचित इलाज हो. मैंने अधिकारियों से बातचीत की है और घायलों के इलाज का अपडेट लगातार ले रहा हूं और यह सुनिश्चित कर रहा हूं कि घायलों का इलाज सही तरीके से हो. कितने श्रद्धालुओं का सत्संग के लिए परमिशन था, इस बारे में जांच चल रही है. हाई लेवल की कमेटी बनाई गई है कि कितने लोग इकट्ठा हो गए थे. इस बारे में भी जांच हो रही है.
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार को हाथरस में मची भगदड़ के लिए संभावित कारणों में से भीड़-भाड़ को एक प्रमुख वजह बताया. इस हादसे में 116 लोगों की मौत हो गई है. हाथरस में मंगलवार को सत्संग के बाद मची भगदड़ के बाद मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह प्रदेश के पुलिस महानिदेशक( डीजीपी) प्रशांत कुमार के साथ मौके पर पहुंचे. सिंह ने कहा कि ‘भीड़-भाड़ हादसे के पीछे एक कारण है. ‘भोले बाबा’ के वाहन के पीछे अनुयायी दौड़ रहे थे. यह भी कहा गया है कि लोग उनके जाने के बाद, वहां की मिट्टी लेकर पूजा करते हैं. नतीजतन, लोग झुकने लगे और बाद में वे गिर गए जिससे भगदड़ मची.’
FIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 07:55 IST