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हरभजन सिंह ने आईपीएल 2025 में लाइव कमेंट्री के दौरान जोफ्रा आर्चर को ‘ब्लैक टैक्सी’ कहकर विवाद खड़ा कर दिया है. इस नस्लभेदी बयान पर माफी मांगने और बैन की मांग हो रही है.
हरभजन सिंह पर नस्लभेदी टिप्पणी का आरोप
हाइलाइट्स
- एक बार फिर विवादों में हरभजन सिंह
- अब आईपीएल कमेंट्री के दौरान किया कांड
- जोफ्रा आर्चर पर नस्लभेदी टिप्पणी कर दी
हरभजन सिंह भी गजब आदमी हैं. एकदम कांडी क्रिकेटर. कुछ न कुछ करते ही रहते हैं. क्रिकेट खेलते थे तो किसी से भी भिड़ जाते थे. कभी साइमंड्स से लड़ बैठते तो कभी श्रीसंत को थपड़िया देते. राज्यसभा जाने के लिए आम आदमी पार्टी का हाथ थाम लिया. इतने पचड़े से भी पेट नहीं भरा तो अब वो कर दिया, जिससे खुद जिंदगी भर जूझते रहे.
ताजा विवाद आईपीएल 2025 से जुड़ा है. लाइव टीवी पर कमेंट्री करते हुए उन्होंने जोफ्रा आर्चर को ‘ब्लैक टैक्सी’ बोल दिया. किसी ‘अश्वेत क्रिकेटर’ के लिए कैसे शब्दों का इस्तेमाल करना है. उनके इस बयान पर हाहाकार मचा हुआ है. कुछ लोग माफी मांगने का दबाव डाल रहे हैं तो कुछ उन्हें आईपीएल कमेंट्री पैनल से बैन करने की डिमांड कर रहे हैं.
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अब हरभजन सिंह कोई दूध पीते बच्चे तो हैं नहीं कि किसके लिए कैसे शब्दों का इस्तेमाल करना है, वह नहीं जानते होंगे! शायद इतना दिमाग तो उनके पास होगा ही! अब इस जुबान फिसलना कहें या भावनाओं में बह जाना भज्जी ने जाने/अनजाने में आर्चर को रंगभेदी गाली तो दे ही डाली.
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ कैरेबियाई आईलैंड के बारबडोस के रहने वाले आर्चर चार ओवर में 76 रन लुटाते हुए आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे गेंदबाज बन गए. जब राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेल रहे आर्चर की धुनाई हो रही थी तो कमेंट्री बॉक्स में मौजूद भज्जी ने कह दिया कि, ‘लंदन में काली टैक्सी का मीटर तेज भागता है और यहां पर आर्चर साहब का मीटर भी तेज भागता है.’
यही बयान सारे विवाद की जड़ बना. ये सीधे-सीधे नस्लभेदी-रंगभेदी बयान है. अब ऐसी बातों को भला कोई कैसे डिफेंड करें. करना भी नहीं चाहिए! महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के प्रभाव और आभामंडल के चलते साल 2008 में हुए मंकीगेट गेट स्कैंडल में भज्जी बाल-बाल बचे थे. तब भारतीय टीम, बीसीसीआई समेत पूरा देश उनके साथ खड़ा था.
चंद महीने बाद आईपीएल की शुरुआत हुई. हरभजन एक बार फिर विवादों में आए. मौका था मुंबई इंडियंस और पंजाब किंग्स के बीच मैच का. इस बार भज्जी ने सबके सामने श्रीसंत को थप्पड़ मार दिया. इस कांड के बाद तक तो उन्हें भारतीय क्रिकेट के मोस्ट कॉन्ट्रोवर्शियल प्लेयर का तमगा मिल चुका था.
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103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी-20 मिलाकर कुल 711 विकेट लेने वाले हरभजन सिंह ने भारत को कई मैच जिताए हैं. वह निश्चित तौर पर भारत के महानतम स्पिनर्स में से एक हैं. मजेदार बात तो ये है कि भज्जी जब तक क्रिकेट खेले तब तक नस्लवाद का सामना करते रहे. मगर दूसरों को वो कह देना, जो आप खुद नहीं सुन सकते, समझ से परे है.