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Friday, September 13, 2024

गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश से बिगड़े हालात, आज भी रेड अलर्ट; केंद्र ने बढ़ाया मदद का हाथ

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गुजरात के अहमदाबाद समेत कई इलाकों में हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। आगे भी मौसम और बिगड़ने के आसार हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के हालात को देखते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से बात कर उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिन तक गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है।

बारिश के चलते अहमदाबाद शहर के नारनपुरा और घाटलोडिया इलाकों समेत कई जगहों पर भारी जलभराव देखने को मिला। सड़कों और गलियों में कई फुट तक पानी जमा होने से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

वहीं, गुजरात के ही मोरबी के धवना गांव के पास ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने के बाद 17 लोग तेज बहाव में फंस गए। उन लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ द्वारा और सर्च और रेस्क्यू अभियान चलाया गया।

मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों को दिए तैयारियों के निर्देश

गुजरात में मौसम विभाग द्वारा भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए मुख्य सचिव राजकुमार की अध्यक्षता में रविवार को राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों, सर्वेक्षण जिला कलेक्टरों और नगर आयुक्तों को संभावित खतरे के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी। बैठक में मौसम विभाग के एक अधिकारी ने अगले सप्ताह के दौरान गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

इसके आधार पर मुख्य सचिव ने विभिन्न जिला प्रशासनों को सभी आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने मौजूदा बारिश की स्थिति को देखते हुए जिला और तालुका प्रशासनिक व्यवस्था के अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यालय में ड्यूटी पर मौजूद रहने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में पवित्र श्रावण मास के त्योहारों के कारण जिन स्थानों पर लोगों के बड़ी संख्या में एकत्र होने की संभावना है, वहां विशेष सतर्कता बरती जाए, ताकि भारी बारिश के कारण कोई दुर्घटना या अनहोनी न हो।

इसके अलावा, सभी प्रभारी सचिवों को भी अपने-अपने जिलों में उपस्थित रहकर स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश देने के लिए सूचित किया गया।

पशुपालन, ऊर्जा, कृषि, सीडब्ल्यूसी, सड़क एवं भवन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पंचायत, जीएमबी, शहरी विकास विभाग, सिंचाई, सरदार सरोवर निगम, एनडीआरएफ और तटरक्षक आदि विभागों के अधिकारियों को राज्य में भारी बारिश की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पूर्वानुमानित जिलों में एहतियाती कदम उठाने के लिए भी सूचित किया गया।

मुख्य सचिव ने संबंधित लाइन विभागों को यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश दिए कि बारिश बंद होने के बाद पानी न भरे, बीमारी न फैले, बंद सड़कों को तुरंत बहाल किया जाए, बिजली आपूर्ति बाधित हो और बांध में पानी आने पर जल स्तर की निरंतर निगरानी की जाए। इसके अलावा राजस्व विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जयंती रवि और नगरीय विकास विभाग के प्रधान सचिव अश्विनी कुमार ने प्रशासन को कई सुझाव दिए और सतर्क रहने को कहा।

रिलीफ कमिश्नर आलोक कुमार पांडे ने भी बैठक में मौजूद सभी नोडल अधिकारियों को मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा। 

सीएमओ की ओर से जारी बयान के अनुसार, भारी बारिश से दक्षिण गुजरात के वलसाड, तापी, नवसारी, सूरत, नर्मदा और पंचमहल जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।

पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश वापी, वलसाड में 326 मिमी दर्ज की गई है। भारी बारिश और जलभराव के कारण राज्य के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।

 आज भी भारी बारिश का रेड अलर्ट

मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को अगले दो-तीन दिन तक गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है। भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, आईएमडी ने ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए कहा कि 26 अगस्त को गुजरात में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। उसने बताया कि 26 से 29 अगस्त तक सौराष्ट्र और कच्छ में भी ऐसी ही स्थिति रहने का अनुमान है।

आईएमडी ने 26 अगस्त को गुजरात, निकटवर्ती पाकिस्तान, उत्तर महाराष्ट्र और उत्तरपूर्वी अरब सागर में 26 अगस्त को 55 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है और इनकी रफ्तार 27 और 28 अगस्त को बढ़कर 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।

गुजरात, पाकिस्तान और उत्तरी महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में 30 अगस्त तक समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहने की संभावना है। उत्तरी बंगाल की खाड़ी में भी 26 अगस्त को समुद्र की स्थिति खराब रहने की संभावना है।

आईएमडी ने मछुआरों को 30 अगस्त तक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी, खासकर गुजरात, पाकिस्तान और महाराष्ट्र के तटों के आसपास जाने से बचने की सलाह दी है। छोटे जहाजों और अन्वेषण और उत्पादन ऑपरेटरों को मौसम के घटनाक्रम पर नजर रखने और आवश्यक सावधानी बरतने को कहा गया है।

आईएमडी ने खासकर शहरी इलाकों में बाढ़, सड़क बंद होने और जलभराव की भी चेतावनी दी है। भूस्खलन और बागवानी फसलों को नुकसान पहुंचने का भी खतरा है। 



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