गुजरात में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है। पैरोल पर बाहर आए 45 साल की शख्स ने अपनी पत्नी और उसके प्रेमी की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी को कोर्ट ने एक परिवार के सदस्य की हत्या करने के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। पैरोल पर बाहर आने के कुछ दिनों बाद ही उसने दो लोगों की सांसे छीन लीं। उसने पत्नी और प्रेमी को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था जिसके बाद खौफनाक कदम उठाया।
आरोपी का नाम मुकेश राठौड़ है। उसने 14 अगस्त को गुजरात हाईकोर्ट द्वारा पैरोल पर रिहा होने के कुछ दिनों बाद ही इस अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने राठौड़ को उस समय गिरफ्तार किया जब वह डुमास बीच पर छिपने की कोशिश कर रहा था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, राठौड़ और उसकी पत्नी शारदा भटार इलाके के बट्टी महोल्ला में रहते थे। पैरोल पर रिहा होने के बाद, राठौड़ अपनी पत्नी के साथ अलथान इलाके में एक वेस्ट शेड (कूड़ाघर) में गया, जहां उसका प्रेमी अर्जुन राठौड़ उर्फ लैंगो भी मौजूद था। तीनों ने शनिवार रात को शेड में खाना खाया और उसके बाद वहीं सो गए।
पूछताछ के दौरान, राठौड़ ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि उसने रात में शारदा को प्रेमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। गुस्से में आकर उसने कथित तौर पर शेड में मिली लोहे की रॉड से दोनों की हत्या कर दी। दोनों की बेरहमी से हत्या करने के बाद, राठौड़ डुमास बीच पर भाग गया, जहां उसने एक खस्ताहाल घर में अपने कपड़े बदले और सो गया। अगली सुबह लगभग 10:30 बजे, वह उठा और बीच पर घूम रहा था जब पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘चूंकि राठौड़ की बहन डुमास इलाके में रहती थी, इसलिए हमने वहां उसकी तलाश शुरू की। आस-पास की तलाशी के दौरान हमने देखा कि एक व्यक्ति पुलिस को देखकर भाग रहा था। हमने उसका पीछा किया और उसे गिरफ्तार कर लिया।’ राठौड़ के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसे पहले भी खटोदरा पुलिस ने एक परिवार के सदस्य की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। इससे पहले, कटारगाम पुलिस ने भी उस पर हत्या की कोशिश का आरोप लगाया था। राठौड़ फिलहाल हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था, उसने पैरोल के लिए आवेदन किया था। हाईकोर्ट ने 14 अगस्त को उसकी पैरोल मंजूर कर ली थी।