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Monday, October 21, 2024

इस मंदिर में जमीन फाड़कर प्रकट हुई थी माता, दर्शन मात्र से पूरी होती है मनोकामना!

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चित्रकूट : नवरात्रि का पर्व चल रहा है. ऐसे में देवी मां के भक्त तमाम मठ मंदिरों में जाकर उनकी पूजा अर्चना सुबह से ही करने लगते हैं. ऐसे में धर्म नगरी चित्रकूट में आज हम एक ऐसे देवी माता के मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां खुद माता धरती फाड़कर प्रकट हुई थी. इस मंदिर में नवरात्रि के समय भक्तों  की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिलती है और भक्त माता को जल अर्पित कर उनकी पूजा अर्चना करते हैं.

जमीन फाड़  निकली थी यह माता

बता दें कि धर्म नगरी चित्रकूट के मोहल्ला तरौंहा स्थित मां झारखंडी माता मंदिर बना हुआ है. जहां नवरात्रि के समय मंदिर में सुबह से ही भक्तों  की भीड़ पहुंचनी शुरू हो जाती है. मंदिर की मान्यता है कि जब श्री राम वनवास काल के दौरान चित्रकूट आए थे, तब राजा जनक ने उनसे मिलने के लिए अपनी सेना और अन्य देवी देवताओं को चित्रकूट चलने का निमंत्रण दिया था. यह निमंत्रण उन्होंने झारखंडी माता को भी दिया था. उसी दौरान माता झारखंडी जमीन के अंदर नेपाल से चित्रकूट जमीन फाड़कर निकली थी और तब से भक्त यहां पूजा अर्चना करने लगे.

पुजारी ने दी जानकारी

वही मंदिर के पुजारी संतोषी देवी ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि  श्री राम अपने वनवास काल के दौरान चित्रकूट आए थे. तभी राजा जनक ने राजाओं व देवी देवताओं को प्रभु राम से मिलने चित्रकूट चलने का निमंत्रण दिया था. उसी दौरान झारखंडी माता जमीन के अंदर ही अंदर चित्रकूट में इस जगह आई और जमीन फाड़कर  अंदर से प्रकट हुई थी. जो भी इस मंदिर में सच्चे मन से इनके दर में अपनी मुराद जैसे बच्चे का न होना जैसी अन्य कोई भी मनोकामना लेकर आता है. उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती है.

उन्होंने आगे की जानकारी देते हुए बताया कि जब यहां माता धरती से प्रकट हुई थी. उस समय यहां चारों ओर जंगल था. उन्होंने खुद अपने से कहा था कि मेरा नाम झारखंडी माता रख दिया जाए. झारखंडी माता एक खुले आसमान के नीचे रहती है. पुजारी ने बताया कि वह पक्की छत का निर्माण नहीं करवाती है.अगर कोई करवाता भी है तो वह छत अपने आप गिर जाती है.

Tags: Hindi news, Local18, Navratri festival, Religion 18

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



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