नई दिल्ली:
संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन भी लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों का हंगामा जारी रहा. गुरुवार को संसद परिसर में सांसदों के साथ हुई धक्का-मुक्की का मामला शुक्रवार को भी सदन में उठाया गया. विपक्षी सांसद जहां सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगाते दिखे वहीं सत्ता पक्ष के सांसदों ने विपक्षी सांसदों पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया गया. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने एक बार फिर हंगामा शुरू कर दिया. ऐसा ही हाल राज्यसभा में भी रहा है. सांसदों के हंगामे के बीच आखिरकार दोनों ही सदनों की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं कि आखिर इस सत्र के आखिरी दिन सदन में क्या कुछ हुआ.
लोकसभा में निशिकांत दुबे ने सभापति को सौंपा नोटिस
भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को विशेषाधिकार हनन नोटिस सौंपा. इस नोटिस में निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर गृहमंत्री अमित शाह के भाषण को एडिट कर दिखाने का आरोप लगाया है. बिरला को भेजे पत्र में दुबे ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अमित शाह के राज्यसभा में दिए गए भाषण के कुछ अंश को साझा कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है. साथ ही उन्होंने कहा कि ये उनका राजनीतिक दिवालियापन दिखाता है.इस नोटिस में कहा गया है कि राहुल गांधी ऐसा करके जनता को भड़काने की कोशिश कर रहे थे.
ओम बिराल ने संसद में प्रदर्शन पर लगाई रोक
गुरुवार को संसद के मकर द्वार के पास सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच हुई धक्का-मुक्की की घटना को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बेहद गंभीरता से लिया है. उन्होंने शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विपक्षी दलों के हंगामे को देखते हुए तमाम सांसदों को नसीहत दी. उन्होंने कहा कि आगे से संसद के किसी भी प्रवेश द्वार पर किसी भी सांसद या राजनीतिक दल की ओर से प्रदर्शन करने पर रोक होगी.अगर किसी ने ऐसा किया तो उचित कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी के सांसदों ने राहुल गांधी पर लगाया आरोप, हुआ हंगामा
लोकसभा में सत्ता पक्ष के सांसदों ने गुरुवार की घटना को लेकर कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि जो घटना हुई उसके लिए राहुल गांधी ही जिम्मेदार हैं. आपको बता दें कि गुरुवार को हुई इस घटना को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ पुलिस में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है.
एनडीए सांसदों ने राहुल गांधी के खिलाफ किया प्रदर्शन
गुरुवार को संसद परिसर में सांसदों के साथ जिस तरह से धक्का-मुक्की हुई उसे लेकर शुक्रवार को एनडीए के सांसदों ने राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन किया. बीजेपी सांसदों ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के धक्का देने की वजह से बीजेपी के दो सांसद नीचे गिर गए और उन्हें गंभीर चोटें आई. राहुल गांधी के इस व्यवहार के लिए उनपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
राहुल गांधी के समर्थन में उतरीं बहन प्रियंका
संसद भवन में हुई धक्का-मुक्का को लेकर राहुल गांधी पर सत्ता पक्ष के आरोपों के बीच कांग्रेस सांसद और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी उनके समर्थन में उतर आईं. उन्होंने कहाकि पूरा देश देख रहा है, उन्होंने राहुल गांधी पर कई मामले लगाए हैं. वे नई FIR लाते हैं और झूठ बोलते हैं. यह उनकी हताशा का स्तर दिखाता है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को अनिश्चित काल के स्थगित किया
सदन में जारी हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आखिरकार सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया. हालांकि, सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए उन्होंने हर संभव प्रयास किया. सांसदों से अपील की कि वह अपनी सीट पर बैठकर सदन की कार्यवाही को चलने दें. लेकिन जब उनकी अपील के बाद भी सदन में हंगामा जारी रहा तो उन्होंने लोकसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का फैसला लिया.
राज्यसभा में वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर जेपीसी गठन का प्रस्ताव
राज्यसभा में विपक्षी सांसदों का हंगामा जारी रहा है लेकिन इस हंगामे के बीच कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने के प्रावधान वाले संविधान विधेयक 2024 और उससे जुड़े संघ राज्य क्षेत्र विधि विधेयक 2024 पर विचार के लिए बनने वाली संसद की संयुक्त समिति में राज्यसभा के 12 सदस्यों को शामिल करने का प्रस्ताव रखा.
राज्यसभा के सभापति ने जताया अफसोस
राज्यसभा में लगातार काम बाधित होने को लेकर सभापति जगदीप धनखड़ ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि राज्यसभा के इस सत्र की शुरुआत संसद के केंद्रीय कक्ष में संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम से हुई लेकिन सदन में सदस्यों का जो व्यवहार देखने को मिला वो कुछ अलग ही कहानी बयां करता है. उन्होंने आगे कहा कि इस सत्र में सिर्फ 40.03 फीसदी ही काम हो सका जो एक बड़ी चिंता का विषय है.
राज्यसभा भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की गई
सदन का कार्यवाही शुरू होते ही बीते कई दिनों की तरह ही एक बार फिर विपक्षी दलों के सांसदों हंगामा करने लगे. विपक्षी सांसद मांग कर रहे थे कि अमित शाह डॉ. अंबेडकर को लेकर दिए अपने बयान पर माफी मांगे. सांसदों के हंगामे को देखते हुए पहले सदन की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया. 12 बजे जब एक बार फिर कार्यवाही शुरू हुई तो भी सांसदों का हंगामा जारी रहा है. इसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का फैसला किया.