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Friday, September 13, 2024

विकास द्विवेदी को क्या हर बार एक ही सांप काटता है, या अलग-अलग?

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Fatehpur Snake Bite Case: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर का विकास द्विवेदी इन दिनों सांप की दुश्मनी को लेकर सुर्खियों में है. विकास को 7 बार सांप काट चुका है. और कहा जा रहा है कि 2 बार और सांप उसे अपना शिकार बनाए. 9वीं बार काटने पर विकास की मौत निश्चित है. फतेहपुर की अनोखी घटना को लेकर हर कोई चर्चा कर रहा है कि क्या ये सच है?

24 वर्ष का विकास द्विवेदी मलवा थाना क्षेत्र के सौरा गांव का रहने वाला है. 40 दिन के भीतर उसे 7 बार सांप काट चुका है. विकास का कहना है कि शुरू में तीन बार तो उसने खुद अपनी आंखों से सांप को अपने पास से भागते हुए देखा था. वह फनवाला सांप था. रात में सोते समय यह घटना होती है. विकास ने बताया कि सांप ने उसे या तो शनिवार या फिर रविवार की रात ही काटा है. छठी बार सांप के काटने से बाद विकास का दावा है कि सपने में आकर सांप ने कहा था कि वह उसे 9 बार डसेगा और 8 बार तो वह बच जाएगा, लेकिन 9वीं बार उसे दुनिया की कोई ताकत नहीं बचा सकती. इस बात से घबरा कर विकास पास के ही एक अन्य गांव में अपने चाचा के पास चला गया था. लेकिन बीते गुरुवार की रात कलाई पर सांप ने उसे फिर से काट लिया.

इस घटना के विकास सहित उसका पूरा परिवार परेशान और हैरान है. हर बार उसका इलाज फतेहपुर के एक निजी अस्पताल में करवाया जाता है. इलाज के लिए विकास को आईसीयू में भर्ती करना पड़ता है. विकास का इलाज कर रहे डॉक्टर जवाहर लाल ने बताया कि हर बार उसे एंटी वेनम इंजेक्शन दिया जाता है.

विकास के परिजनों की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. विकास के इलाज में उनका बहुत पैसा खर्च हो चुका है. अब उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक मदद की दरकार है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले तौहीद अहमद खान पेशे तो दर्जी हैं, लेकिन पूरे इलाके में सांप पकड़ने वाले के नाम से मशहूर हैं. खुद सरकारी महकमा सांप पकड़ने के लिए तौहिद की सेवाएं लेता है. तौहिद से जब इस खबर की चर्चा की गई तो वह खुद अचंभे में हैं. उन्होंने बताया कि वे भी इस तरह की घटना पहली बार ही सुन रहे हैं. तौहिद ने सवाल किया कि क्या एक ही सांप विकास को बार-बार डस रहा है..?

तौहिद को भी 5 साल पहले एक रेस्कयू के दौरान कोबरा नाग ने डस लिया था. तौहिद को फौरन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. यह इतना खतरनाक जहर था कि तौहित को बचाने के लिए डॉक्टरों की एक पूरी टीम लगी और 10 दिन वह आईसीयू में भर्ती रहे. इलाज के दौरान उन्हें 48 एंटी वेनम इंजेक्शन लगाए गए. इतनी मात्रा में जहर शरीर के अंदर जाने से तौहिद बच तो गए, लेकिन उनका पूरा शरीर बेकार हो गया. वे अब ठीक से चल-फिर नहीं सकते. उन्हें कार्डियक अरेस्ट भी आ चुका है.

तौहिद बताते हैं कि सांप के काटने पर शरीर से जहर तो नहीं निकाला जा सकता, लेकिन एंटी वेनम वैक्सीन के माध्यम से शरीर में जहर डालकर शरीर में जहर से लड़ने की ताकत विकसित की जाती है. अगर किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को एंटी वेनम इंजेक्शन लगा दिया जाए तो उसकी हालत खराब हो सकती है. और उसकी मौत भी हो सकती है. एंटी वेनम तभी काम करता है, जब मरीज के अंदर जहर हो.

Tags: Fatehpur News, Snake Rescue, Snake Venom, Uttar pradesh news



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