नई दिल्ली:
ठंड के बढ़ने के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली की आबोहवा लगातार खराब होती जा रही है. आलम ये है कि शहर की हवा अब दमघोंटू हो चुकी है. नतीजतन लगातार एक्यूआई लेवल भी बढ़ रहा है, जिससे दिल्ली वाले परेशान हो गए हैं. दिल्ली एनसीआर के क्षेत्र में एयर क्वालिटी में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को भी एयर क्वालिटी ‘गंभीर’ में श्रेणी में रही. आज सुबह दिल्ली का औसत एक्यूआई 402 दर्ज किया गया.
गाड़ियों का धुआं बना परेशानी
दिल्ली में एयर क्वालिटी लगातार कई दिनों तक ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही. इसके बाद स्थिति और खराब होती चली गई. जिसके बाद एक्यूआई लगातार 400 पार पहुंच चुका है. शहर में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाला धुंआ रहा. दिल्ली में 30 अक्टूबर को एक्यूआई 307 दर्ज किया गया था. शून्य से 50 की श्रेणी को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.
अक्टूबर और नवंबर में धान की कटाई के बाद पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं को अक्सर दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है. चूंकि धान की कटाई के बाद रबी की फसलों, विशेषकर गेहूं की बुवाई के लिए बहुत कम समय होता है, इसलिए कुछ किसान अगली फसल की बुवाई के लिए फसल अवशेषों को जल्दी से जल्दी साफ करने के लिए अपने खेतों में आग लगा देते हैं.
खराब श्रेणी में दिल्ली का AQI
दिल्ली के इलाकों के नाम | AQI@ 6.00 AM | कौन सा जहर | कितना औसत |
आनंद विहार | 436 | PM 2.5 का लेवल हाई | 436 |
मुंडका | 424 | PM 2.5 का लेवल हाई | 424 |
वजीरपुर | 441 | PM 2.5 का लेवल हाई | 441 |
जहांगीरपुरी | 445 | PM 2.5 का लेवल हाई | 445 |
आर के पुरम | 398 | PM 2.5 का लेवल हाई | 398 |
ओखला | 389 | PM 2.5 का लेवल हाई | 389 |
बवाना | 438 | PM 2.5 का लेवल हाई | 438 |
विवेक विहार | 436 | PM 2.5 का लेवल हाई | 436 |
नरेला | 449 | PM 2.5 का लेवल हाई | 449 |
दिल्ली में GRAP-3 लागू
दिल्ली की हवा के गिरती क्वालिटी के बाद भी CAQM यानी कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने शुक्रवार से GRAP-3 लागू कर दिया है. GRAP का स्टेज III तब लागू किया जाता है, जब AQI गंभीर श्रेणी में पहुंच जाता है. इस बीच पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार शहर में वायु गुणवत्ता में गिरावट से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान GRAP- 3 के तहत प्रदूषण नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू करना सुनिश्चित करेगी.
दिल्ली और आसपास के इलाकों में हल्की ठंड की शुरुआत के साथ कोहरा भी छाने लगा है. बुधवार की सुबह दिल्ली एनसीआर का इलाका स्मॉग (Smog) के साथ कोहरे (Fog) में लिपटा हुआ दिखाई दिया. इसका असर दिल्ली की आबोहवा पर पड़ना तय है. जिससे आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को भी एयर क्वालिटी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही थी.
दिल्ली में लगे ये प्रतिबंध
दिल्ली में प्राइवेट निर्माण एवं विध्वंस कार्यों पर रोक लगा दी गई है. साथ ही बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल एलएमवी (4 पहिया वाहन) के संचालन पर प्रतिबंध लगाया गया है. प्रतिबंध को लागू कराने के लिए परिवहन विभाग की 84 टीम और ट्रैफिक पुलिस की 280 टीम लगाई गई हैं. इन पाबंदियों का उल्लंघन करने पर 20,000 रुपया जुर्माना लगाया जा सकता है. दिल्ली सरकार का कहना है कि वह सख्ती से इन पाबंदियों को लागू करेगी.
GRAP-3 के कितने फेज?
- ग्रेप-1 तब लगाया जाता है जब AQI 201 से 300 यानी खराब स्थिति में पहुंच जाती है.
- ग्रेप-2 को लागू तब किया जाता है जब AQI 301 से 400 तक पहुंच जाता है.
- हवा की गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब होने (AQI 401 से 450) पर ग्रेप-3 लगाया जाता है.
- AQI 450 से ज्यादा होने पर ग्रेप-4 लागू किया जाता है.
प्रदूषण कम करने की कोशिश
फिलहाल प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए 106 शटल बस सेवा शुरू की गई है, मेट्रो 60 अतिरिक्त फेरे लगाएगी. निर्माण कार्यों पर रोक की निगरानी के लिए सम्बंधित विभाग की टीमें लगातार निरीक्षण करेगी. सड़कों की सफाई के समय को बढ़ाया गया है. सड़कों पर सफाई के लिए 65 एम आर एस मशीनें एमसीडी की तरफ से चलाई जा रही हैं. अब इनका समय बढ़ाकर 6 बजे सुबह से 4 बजे शाम तक कर दिया गया है.