कोडरमा. देश में महिला क्रिकेट भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बड़ी संख्या में युवतियां क्रिकेट को करियर बनाने में जीतोड़ मेहनत कर रही हैं. ऐसा ही एक उदाहरण झारखंड में कोडरमा जिला क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा पहली बार गठित महिला क्रिकेट टीम में देखने को मिला. कोडरमा महिला क्रिकेट की पहली टीम में शामिल सृष्टि ने अपनी प्रतिभा और हुनर के दम पर झारखंड स्टेट अंडर 15 गर्ल्स क्रिकेट टीम में जगह पक्की कर ली है.
देश के लिए खेलना लक्ष्य
कोडरमा के इंदरवा सलैडीह निवासी कुंदन और वीणा सिन्हा की पुत्री सृष्टि सिन्हा ने लोकल 18 को बताया कि कोडरमा में महिला क्रिकेट टीम में खिलाड़ियों के चयन को लेकर चल रहे ट्रायल की जानकारी स्कूल के खेल शिक्षक राजू रंजन सिंह से मिली थी. इसके बाद उनका रुझान क्रिकेट की तरफ गया. क्रिकेट खेलने की इच्छा घर में जाहिर करने के बाद परिजन ने भी प्रोत्साहित किया. सृष्टि ने बताया, वह कक्षा दसवीं की छात्रा हैं और स्कूल में पढ़ाई के बाद जो समय मिलता है, उसमें प्रैक्टिस करती हैं. उनका लक्ष्य भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी बनकर देश के लिए खेलना है.
दो टिफिन बनाकर देती थी…
सृष्टि की माता वीणा देवी ने बताया, बेटी का झारखंड महिला क्रिकेट टीम के अंडर-15 कैटेगरी में चयन होने पर परिवार के साथ पूरे गांव में हर्ष का माहौल है. सृष्टि जब सुबह स्कूल पढ़ने जाती थी तो उसे अतिरिक्त टिफिन बना कर देती थी. स्कूल से छुट्टी होने के बाद वह मैदान में कोच के मार्गदर्शन पर लगातार 2 से 3 घंटे प्रैक्टिस करती रही है. बेटी सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे मोहल्ले और पूरे गांव की होती है. सृष्टि से प्रेरणा लेकर गांव की कई बच्चियां अपनी पसंद के अनुसार क्षेत्र में भविष्य बनाने के लिए प्रेरित होंगी.
खेल मैदान नहीं होने से खिलाड़ियों को परेशानी
कोडरमा महिला क्रिकेट टीम के कोच ओम प्रकाश कुमार ने बताया कि जिला स्तर पर क्रिकेट को लेकर एक भी मैदान नहीं है. ऐसे में कोडरमा के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को बेहतर मंच नहीं मिल पाता है. उनकी छिपी प्रतिभा निखर नहीं पाती है. झारखंड पब्लिक स्कूल के खेल शिक्षक राजू रंजन सिन्हा ने बताया कि बच्चों में प्रतिभा छिपी होती है, जिसे निखारने की आवश्यकता होती है.
चाची की डांट ने बदली जिंदगी
सृष्टि की चाची रिया सिन्हा ने बताया, पढ़ाई पर ध्यान नहीं देने पर वह सृष्टि को कई बार डांट भी लगती थी. इस दौरान एक बार पढ़ाई पर ध्यान नहीं देने पर जब उन्होंने सृष्टि को जोरदार तरीके से डांटा तो सृष्टि ने गुस्से में जमीन पर पैर पटकते हुए कुछ ऐसा करने की बात कही थी, जिससे परिवार का सिर गर्व से ऊंचा हो. बताया, राज्य स्तर की महिला क्रिकेट टीम में जगह बनाकर सृष्टि ने आज पूरे परिवार और गांव का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है.
FIRST PUBLISHED : November 10, 2024, 13:11 IST