कनाडा और भारत के संबंधों में खटास आने के बाद पहली बार किसी कनाडाई सांसद ने किसी सरकारी प्रतिनिधि से मुलाकात की है। कनाडा में लिबरल पार्टी के सांसद चंद्रा आर्या सोमवार को दिल्ली पहुंचे और उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। 18 सितंबर 2023 को कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर खालिस्तानी निज्जर की हत्या के बेबुनियाद आरोप लगाए थे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पहली बार कनाडा के किसी राजनेता ने भारत आकर आधिकारिक तौर पर चर्चा की है। अधिकारियों के बीच बैठकें पहले भी हो चुकी हैं, हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई थी। 14 जून को इटली में जी7 सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी की जस्टिन ट्रूडो से बहुत संक्षिप्त बातचीत हुई थी। वहीं म्यूनिक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली के बीच भी ऐसी ही अनौपचारिक बातचीत हुई थी।
सितंबर के बाद से कोई भी कनाडाई मंत्री भारत नहीं आया है। एक प्रांत के प्रमुख स्कॉट मो ने फरवरी में दिल्ली का दौरा किया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, कनाडा के सांसद चंद्रकांद आर्या से मुलाकात अच्छी रही। वह भारत र कनाडा की दोस्ती के पक्षकार हैं। उन्होंने इस संबंध में अपने अमूल्य विचार रेखे। वहीं आर्या ने कहा कि दोनों देशों के संबंध बेहद मायने रखते हैं।
आर्या ने कहा कि वह भारत के निजी दौरे पर हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले भारत से जाने वाले कनाडा के हाई कमिश्नर ने कहा था कि कनाडा और भारत के हित समानांतर हैं। आर्थिक संबंध भी दोनों देशों के बीच मजबूत हैं। भारत के कुशल प्रोफेशनल कनाडा की जरूरत को पूरा करते हैं। हमें भारत के स्टूडेंट्स की जरूरत है। हम उनकी सुविधा के लिए हर संभव प्रयास करते हैं।
बता दें कि आर्या हमेशा से ही कनाडा में खालिस्तानियों के बड़े आलोचक रहे हैं। जुलाई में खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी करा था कि आर्या के समर्थकों के लिए कनाडा में कोई जगह नहीं है। उन्हें नागरिकता को सरेंडर कर देना चाहिए और अपनी मातृभूमि भारत लौट जाना चाहिए। आर्या को खालिस्तान समर्थकों ने हिंदू आतंकवादी तक कह दिया। वहीं आर्या ने कहा था कि कनाडा में हिंदुओं का इतिहास और संस्कृति नई नहीं है। हमारी जमीन को खालिस्तानी समर्थक गंदा कर रहे हैं और वे हमारे लोगों के अधिकारों को छीन रहे हैं।