गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर के पास कथित तौर पर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए धार्मिक स्थलों और अन्य संरचनाओं को प्रशासन ने बुलडोजरों की मदद से हटा दिया था।
सुम्मास्त पाटनी मुस्लिम जमात ने गुजरात के गिर सोमनाथ के कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दायर की है। यह याचिका दरगाह मंगरोली शाह बाबा, ईदगाह और प्रभास पाटन, वेरावल, गिर सोमनाथ में स्थित कई अन्य संरचनाओं के कथित अवैध विध्वंस के संबंध में है। दरअसल, गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर के पास कथित तौर पर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए धार्मिक स्थलों और अन्य संरचनाओं को प्रशासन ने बुलडोजरों की मदद से हटा दिया था।
भाषा के अनुसार, गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर के पास कथित तौर पर सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए 28 सितंबर को चलाए गए अभियान के दौरान 135 लोगों को हिरासत में लिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने एक बयान में कहा कि सोमनाथ मंदिर स्थल, वेरावल के प्रभास पाटन में सरकारी भूमि पर अनधिकृत संरचनाओं को हटाने के लिए चलाए गए अभियान के लिए सैकड़ों पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था।
प्रशासन ने कहा कि तड़के शुरू हुए अभियान के दौरान धार्मिक संरचनाओं और कंक्रीट के घरों को ध्वस्त कर दिया गया और 60 करोड़ रुपये मूल्य की लगभग 15 हेक्टेयर सरकारी भूमि को मुक्त कराया गया।
बयान में कहा गया कि इस कार्य में 52 ट्रैक्टरों, 58 बुलडोजरों, दो हाइड्रा क्रेनों, पांच ट्रक, दो एम्बुलेंस और तीन दमकल गाड़ियों को शामिल किया गया था। इस काम में वरिष्ठ पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ 788 पुलिस कर्मियों और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के जवानों को तैनात किया गया था।
इस अवसर पर तीन पुलिस अधीक्षक, चार पुलिस उपाधीक्षक, 12 निरीक्षक, 24 उपनिरीक्षक, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, उप-मंडल मजिस्ट्रेट और कार्यपालक मजिस्ट्रेट उपस्थित रहे। पुलिस ने बताया कि अभियान के तहत करीब 135 लोगों को हिरासत में लिया गया। इलाके में कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।