बांग्लादेश सीमा पर एक बार फिर घुसपैठ की कोशिश कर रहे बांग्लादेशियों को बीएसएफ ने धर दबोचा है। मेघालय फ्रंटियर के पीआरओ ने गुरुवार को कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने पांच बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। घुसपैठिए कथित तौर ऑटो रिक्शा पर सवार थे और बीएसएफ अधिकारियों को देख रिक्शा से निकलकर भागने लगे। अधिकारियों ने बताया कि वे बांग्लादेश की सीमा में घुसना चाह रहे थे। जवानों ने उनका पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया। बाद में आरोपियों को नजदीकी पुलिस स्टेशन को सुपुर्द कर दिया गया। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जब से बांग्लादेश में अशांति फैली है, हमने निगरानी कड़ी कर दी है। इस अवधि में 108 अवैध घुसपैठियों को पकड़ा है।
बीएसएफ पीआरओ ने कहा, “2 अक्टूबर को गश्ती दल ने एक ऑटो रिक्शा को वहां से कुछ दूरी पर रुकते हुए देखा। वहां सैनिक ड्यूटी कर रहे थे। पांच संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक बाहर निकले और भागने का प्रयास करने लगे। जवानों ने उनका पीछा किया और उन्हें सफलतापूर्वक पकड़ लिया।” पीआरओ ने कहा, “बाद में पता चला कि बांग्लादेशी नागरिक चेन्नई से आए थे। वहां वे एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करते थे और अवैध रूप से बांग्लादेश में घुसना चाह रहे थे। बाद में पकड़े गए लोगों को वेस्ट गारो हिल्स जिले के डालू पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया।
घुसपैठियों ने भारतीय आईडी भी बनाई
बता दें कि इससे पहले 1 अक्टूबर को असम पुलिस ने राज्य के दक्षिण सलमारा और करीमगंज जिलों में चौदह अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा था। इनकी पहचान मोहम्मद अरिफुल इस्लाम, मोहम्मद मोनिर हुसैन, मोफजल हुसैन, मोहम्मद मिजानुर रहमान, अब्यदुल्ला हसन, अशरफुल इस्लाम, माणिक मिया, नोबी हुसैन, वलीउल उल्लाह, हजरत अली, सोफिकुल इस्लाम, मोमिनुक हक और फुरकान अली के रूप में की गई। ये सभी बांग्लादेशी नागरिक थे।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उनमें से नौ के पास भारतीय आधार कार्ड भी थे। असम के मुख्यमंत्री ने कहा, “जब से बांग्लादेश में अशांति फैली है, हमने निगरानी कड़ी कर दी है और इस अवधि में 108 अवैध घुसपैठियों को पकड़ा है।” उन्होंने आगे कहा कि जब से पड़ोसी देश में तनाव बढ़ा है, तब से बीएसएफ घुसपैठ की कोशिशों को लेकर काफी एक्टिव है।