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Amitabh Bachchan Dharmendra Co star: हिंदी सिनेमा का वो विलेन जिसने बतौर सहायक करियर की शुरुआत फिल्म हकीकत से की थी. लेकिन एक्टिंग की शुरुआत विनोद खन्ना की फिल्म रेशमा और शेरा से की थी. रिश्ते में ये विलेन रवीन…और पढ़ें
सुनील दत्त संग नजर आ रहा ये विलेन कई हिट दे चुका है.
हाइलाइट्स
- मैक मोहन ने ‘शोले’ में सांभा का किरदार निभाया.
- शराब और सिगरेट की लत ने उनकी जिंदगी बर्बाद की.
- कैंसर के कारण 10 मई, 2010 को उनका निधन हुआ.
नई दिल्ली. मैक मोहन ने अपने करियर की शुरुआत में कई छोटे-छोटे रोल निभाए थे. बॉलीवुड फिल्मों में अपनी अदाकारी से उन्होंने खास पहचान बनाई. उन्हें फिल्मों में खलनायक की भूमिका निभाने के लिए जाना जाता था। अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र की फिल्म ‘शोले’ में मैक मोहन ने सांभा की भूमिका से उन्हें बड़ी पहचान मिली थी.
मैक मोहन ने अपने पूरे करियर में हिंदी फिल्मों के अलावा भोजपुरी, गुजराती, हरियाणवी, मराठी, पंजाबी, बंगाली और सिंधी फिल्मों में अपने किरदारों से अमिट छाप छोड़ी है. उन्होंने ओडिया को छोड़कर लगभग सभी भारतीय भाषाओं के साथ-साथ अंग्रेजी, रूसी और स्पेनिश फिल्मों में भी डायलॉग बोले हैं. मैक शुरू से ही क्रिकेटर बनना चाहते थे, लेकिन किस्मत उन्हें एक्टिंग में ले आई. वैसे कम ही लोग जानते हैं कि मैक बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन के मामा लगते थे.
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बनना था क्रिकेटर किस्मत ने बना दिया एक्टर
मैक मोहन के पिता ब्रिटिश आर्मी में कर्नल थे. पिता का ट्रांसफर होने के बाद वह कराची से लखनऊ आ गए. इसके बाद मैक मोहन की पढ़ाई लखनऊ में हुई थी.बचपन से ही वह क्रिकेटर बनने का सपना देखते हुए बड़े हुए थे.क्रिकेट के लिए तो वह मुंबई तक आ गए थे. मुंबई में उन्हें पैसे की जरुरत थी. उन्होंने अपने दोस्त के कहने पर नाटक में काम करना शुरू किया. इसके बाद तो वह पार्ट टाइम पैसों के लिए ये काम करने लगे. नाटक के साथ-साथ उन्हें फिल्मों के ऑफर भी आने लगे थे.


हर रोल से जीता फैंस का दिल
विलेन के रोल से बनाई थी पहचान
मैक मोहन ने अपने फिल्मी करिया में कई दमदार किरदार निभाए है. उन्होंने फिल्म ‘डॉन’ में बृज मोहन का किरदार निभाया. फिल्म ‘काला पत्थर’ में राणा का किरदार निभाया था. लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा फेम अमिताभ,धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘शोले’ से मिला था. इश फिल्म में उन्होंने सांभा का किरदार निभाकर खूब वाहवाही लूटी थी. इसके अलावा में उन्होंने अमिताभ और हेमा मालिनी की फिल्म ‘सत्ते पे सत्ता’ में रंजीत का आदमी बन बरसाया कहर था. कई फिल्मों में विलेन बनकर उन्होंने इतिहास रच दिया था.
बता दें कि कहा जाता है कि फिल्म हकीकत मे उन्होंने सहायक के तौर पर काम किया था. लेकिन फिल्म रेशमा और शेरा में भी विनोद खन्ना के साथ एक छोटा सा किरदार निभाया था. इस फिल्म से उनके करियर की शुरुआत भी मानी जाती है. कहा जाता है कि इस फिल्म से उन्हें नोटिस किया जाने लगा था. लेकिन करियर में 200 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके एक्टर की एक बुरी आदत की वजह से जिंदगी बर्बाद हो गई थी. वो शराब और सिगरेट के आदी हो गए थे. वो सिगरेट इतनी ज्यादा पीते थे कि माचिस की जरूरत ही नहीं होती थी. वो एक सिगरेट से दूसरी को जला लिया करते थे. इसकी वजह से उन्हें कैंसर हो गया था और 10 मई, 2010 को उनका निधन हो गया था.